Google ने AI Mode में भाषा को लेकर नया बदलाव किया है। दरअसल Gemini 2.5 AI मॉडल से चलने वाले AI Mode को, अब कंपनी ने पहले से ज़्यादा यूज़र्स के लिए उपलब्ध करा दिया है। पहले यह फीचर सिर्फ़ इंग्लिश में काम करता था। इससे जिन देशों में इंग्लिश मुख्य भाषा नहीं है, वहाँ के यूजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब अंग्रेजी के अलावा हिंदी समेत पांच नई भाषाओँ में भी AI Mode इस्तेमाल किया जा सकेगा। इन भाषाओँ का प्रयोग करने वाले यूज़र्स अब अपने सवाल-जवाब अपनी भाषा में पा सकते हैं।
AI Mode की क्या है खासियत?
Google का AI Mode अब नए Gemini 2.5 AI मॉडल से चलता है। इसमें Deep Search और इमेज इनपुट जैसे फीचर्स भी शामिल हैं। इसका उपयोग करके आप सिर्फ टेक्स्ट ही नहीं बल्कि तस्वीरों के ज़रिए भी सवाल पूछ सकते हैं। बता दें, भारत में यह फीचर जुलाई में लॉन्च हुआ था। खास बात है कि अब भारतीय यूज़र्स भी इसका फायदा उठाते हुए अपनी भाषा में सवाल पूछ सकते हैं।

मिलेगा पांच नई भाषाओं का सपोर्ट
पहले AI Mode सिर्फ़ इंग्लिश में काम करता था। लेकिन कंपनी की ओर से नए अपडेट के सामने आने के बाद अब यह हिंदी, ब्रज़ीलियन पुर्तगाली, इन्डोनेशियन, जापानी और कोरियन भाषाओं में भी उपलब्ध है। इससे साफ़ है कि अब 180 से ज़्यादा देश के यूज़र्स अपनी भाषा में सवाल पूछ सकते हैं। इस अपडेट से उन्हें ख़ास लाभ मिलेगा जिनकी पहली भाषा इंग्लिश नहीं है।
भाषा और कल्चर के अनुसार मिलेगा जवाब
कई अपडेट्स और अपग्रेडेशन के बाद AI Mode में बहुत बदलाव देखने को मिले हैं। अब यह लिटरल ट्रांसलेशन की जगह यूज़र की भाषा और उनके सांस्कृतिक संदर्भों को समझकर जवाब देता है। डायरेक्ट इंग्लिश से ट्रांसलेट किए बग़ैर जवाब कंटेक्स्ट के हिसाब से मिलेंगे। कुछ टेस्ट के नतीजे सामने आने के बाद यह देखा गया कि जवाब यूज़र्स की जरूरत और परिस्थिति के अनुसार सटीक और मददगार थे।
AI एडवांस्ड फीचर्स
गौरतलब है कि AI Mode से अब मुश्किल सवाल भी पूछे जा सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप पूछते हैं: “5 लोगों के लिए, इटैलियन डिनर, 8 PM Monday को।” यहाँ पर AI Mode रियल-टाइम पर उसे खोजकर आपको आपकी ज़रूरत के हिसाब से सबसे सटीक विकल्प दिखाएगा। ऐसे सर्च के लिए यह Google Maps, Knowledge Graph और Project Mariner की मदद लेकर रिजल्ट्स दिखाता है। Google का AI Mode अब Hindi समेत अन्य भाषाओं में आने के बाद यूज़र्स की सुविधा बढ़ गई है। यह मोड पहले से ज़्यादा स्मार्ट हो गया है।
यह भी पढ़ें : 15 सितंबर से बदल जाएंगे UPI ट्रांजैक्शन के नियम, Gpay-PhonePe यूजर्स के लिए जरूरी खबर