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Gmail vs Zoho Mail: जानें क्या बदलता है अकाउंट स्विच करने पर और क्यों है Zoho Mail खास

By Afreen Bano

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Zoho Mail vs E-mail इमेज क्रेडिट - TechBiz9

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हाल ही में Zoho की नई मेल ऐप चर्चा में है। अब कई हाई-प्रोफ़ाइल यूज़र्स Gmail छोड़कर Zoho Mail की तरफ जा रहे हैं। इसमें गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हैं। अगर आप भी Gmail से थक चुके हैं और प्राइवेसी-फर्स्ट अनुभव चाहते हैं, तो Zoho Mail आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है। आइए जानते हैं इसकी खासियत और Gmail से कैसे स्विच करें।

Gmail से Zoho Mail में स्विच कैसे करें

Zoho Mail पर साइन अप करें: Zoho Mail की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और Free या Premium प्लान में से चुनें।
Gmail में IMAP इनेबल करें: Gmail Settings > Forwarding and POP/IMAP > IMAP को ऑन करें। इससे Zoho Mail आपके Gmail के ईमेल, कॉन्टैक्ट्स और फोल्डर्स को सुरक्षित रूप से इम्पोर्ट कर पाएगा।
Migration Wizard का इस्तेमाल करें: Zoho Mail में Login करें > Import/Export > Migration Wizard लॉन्च करें। यह आपके Gmail डेटा को बिना लॉस के ट्रांसफर करता है।
Gmail Forwarding एक्टिवेट करें: Import पूरा होने के बाद, नए मैसेज ऑटोमैटिकली Zoho Mail में फॉरवर्ड करने के लिए Gmail सेट करें।
Contacts और Accounts अपडेट करें: नया ईमेल एड्रेस अपने कॉन्टैक्ट्स, सोशल मीडिया और बैंकिंग अकाउंट्स में अपडेट करें।

ध्यान रहे अगर आपका Gmail अकाउंट बहुत पुराना या बड़ा है, तो माइग्रेशन में थोड़ा समय लग सकता है। Gmail के कुछ फंक्शंस जैसे Google Drive और Keep Zoho में काम नहीं करेंगे।

क्या है इसकी खास विशेषताएं?

इसमें कई ऐसे फीचर्स हैं जो इसे Gmail से अलग और खास बनाते हैं। सबसे पहले, Ad-Free Inbox की वजह से आपको कोई भी विज्ञापन दिखाई नहीं देता है। इसके चलते बिना किसी डिस्ट्रैक्शन के ईमेल पढ़ सकते हैं और काम कर सकते हैं।

इसका Streams फीचर एक सोशल-मीडिया जैसी जगह देता है जहां आप टीम के साथ पोस्ट शेयर कर सकते हैं, लोगों को टैग कर सकते हैं, टास्क असाइन कर सकते हैं और इवेंट क्रिएट कर सकते हैं। इससे कोलैबोरेशन आसान और डायनामिक बन जाता है।

Zoho Mail

1GB तक की बड़ी फाइलें भेजने की सुविधा भी है, और अगर फाइल लिमिट से बड़ी हो तो उसे लिंक में बदल दिया जाता है। Email Recall फीचर के चलते आप भेजा हुआ ईमेल बाद में भी वापस ले सकते हैं। सुरक्षा के लिहाज से S/MIME Security के साथ डिजिटल सिग्नेचर और TLS एनक्रिप्शन मिलता है।

ऑर्गनाइजेशन के लिए Email Retention और eDiscovery फीचर्स हैं, जो ईमेल का बैकअप लेने और जरूरत पड़ने पर विशेष मेल रिकवर करने में मदद करते हैं। Smart Filters ऑटोमैटिकली मेल्स को कैटेगरी में बाँट देते हैं, जैसे Notifications या Newsletters, ताकि आपका इनबॉक्स हमेशा व्यवस्थित रहे।

इसके अलावा Zoho Mail में Integrated Productivity Tools भी मौजूद हैं- Calendar, Tasks, Notes, Contacts और Bookmarks आदि। इससे अलग ऐप्स खोलने की ज़रूरत नहीं पड़ती। मोबाइल यूज़र्स के लिए डेडिकेटेड ऐप्स हैं, जैसे- Zoho Mail, Zoho Mail Streams और Zoho Mail Admin। ये ऐप्स Android और iOS दोनों पर पूरी मेल मैनेजमेंट और कोलैबोरेशन की सुविधा देते हैं।

लेखक की राय

Gmail जहां लोकप्रिय है, वहीं Zoho Mail प्राइवेसी और प्रोडक्टिविटी के मामले में आगे है। Streams और Smart Filters जैसे फीचर्स आपके मेल बॉक्स को आसान और ऑर्गनाइज्ड बनाते हैं।

अगर आप बिना एड्स के सुरक्षित और टीम-फ्रेंडली माहौल चाहते हैं, तो Zoho Mail एक बेहतरीन विकल्प है। हालांकि, कुछ Gmail स्पेसिफिक फंक्शंस खो जाएंगे, लेकिन प्राइवेसी और ऑर्गनाइजेशन के मामले में यह काफ़ी स्मार्ट है।

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Afreen Bano

मैं एक अनुभवी कंटेंट राइटर और मास कम्युनिकेशन में पोस्टग्रेजुएट हूँ। मुझे टेक्नोलॉजी, खासकर स्मार्टवॉच और लैपटॉप जैसे गैजेट्स पर लिखना पसंद है। मेरा उद्देश्य है कि टेक्नोलॉजी से जुड़ी जटिल जानकारियों को आसान, स्पष्ट और उपयोगी भाषा में आम पाठकों तक पहुँचाया जाए। लेखन के माध्यम से मैं तकनीक को समझने और अपनाने की प्रक्रिया को सरल और रोचक बनाना चाहती हूँ।

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