Perplexity AI के सीईओ Aravind Srinivas ने घोषणा की है कि उनकी कंपनी अब GPT‑5.1 मॉडल को अपने प्लेटफॉर्म पर पेश कर रही है। यह विशेष रूप से प्रो और मैक्स सब्सक्राइबर्स के लिए है। तो चलिए पूरी इससे जुड़ी पूरी जानकारी विस्तार से बताते हैं….
क्या नया है?
GPT-5.1 को दो वेरिएंट में पेश किया गया है: Instant, तेज प्रतिक्रिया देने के लिए और Thinking, गहरी सोच और जटिल समस्याओं का समाधान करने के लिए है। यह अपग्रेड संवाद को ज़्यादा ह्यूमानाइज़्ड बनाने का दावा करता है। यानि इसमें कम अस्पष्ट भाषा और बेहतर निर्देश पालन होगा। यूज़र को अब चैटबॉट के टोन चुनने का विकल्प मिलेगा जैसे फ्रेंडली, प्रोफेशनल आदि जैसा आप चुनना चाहें।
क्यों मायने रखती है यह घोषणा?
यह संकेत देती है कि AI सिखने-वाले मॉडल सिर्फ जानकारी देने तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि संवाद की शैली, यूजर्स के अनुभव और कैसे उत्तर देना है इस दिशा में आगे बढ़ेंगे।
Pro और Max प्लेटफार्म यूज़र को पहले लाभ मिलेगा। इसका मतलब इस तकनीक के सबसे आगे इस्तेमाल करने वालों में आप हो सकते हैं। यह कदम AI-सहायकों के अगले चरण की ओर इशारा करता है। जहाँ मशीन सिर्फ सवाल-जवाब नहीं बल्कि अनुकूलित संवाद, सहायता और बेहतर व्यक्तिगत अनुभव देगी।
आपके लिए क्या मायने रखता है?
यदि आप AI चैटबॉट या विषयवार लिखने, संवाद करने के काम में हैं, तो GPT-5.1 आपको तेज और ज़्यादा अनुकूलित सहायता दे सकती है।

बातचीत का अंदाज अब आपके हिसाब से तय किया जा सकता है। जिससे कंटेंट क्रिएशन, सोशल मिडिया, ब्लॉगिंग या इंटरव्यू तैयारी जैसे कामों में फायदा हो सकता है।
यह तकनीक आने वाले समय में जितनी मानव-जैसी लगेगी, उतना ही आपकी कंटेंट क्वालिटी में फर्क दिख सकता है और आपका काम और असरदार हो सकता है।
मेरी राय
GPT-5.1 का Perplexity में आना यह दिखाता है कि AI अब सिर्फ तेज़ जवाब देने वाली तकनीक नहीं रही। अब यह एक ऐसा टूल बन रही है जो यूज़र्स के अंदाज़ को समझकर उसी हिसाब से बातचीत कर सके। Instant और Thinking जैसे दो मोड यूज़र्स को काम के अनुसार फ्लेक्सिबिलिटी देते हैं। यह बात खास तौर पर कंटेंट क्रिएटर्स, स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स के लिए बड़ी मदद हो सकती है।
मेरे हिसाब से इसका सबसे बड़ा फायदा टोन कंट्रोल है। AI अगर आपकी भाषा, स्टाइल और टोन को मैच करके जवाब दे सके, तो यह लिखने-पढ़ने, स्क्रिप्ट बनाने, रिसर्च करने और सीखने में बड़ा बदलाव ला सकता है।
Perplexity पहले से ही तेज़ और सटीक सर्च-स्टाइल जवाब देने के लिए जाना जाता है। अब GPT-5.1 के साथ यह और भी स्मार्ट और कन्वर्जेशनल बन जाएगा। आने वाले महीनों में यह देखा जाएगा कि भारतीय यूज़र्स किस तरह इसका इस्तेमाल करते हैं और क्या यह लोगों की रोज़मर्रा की डिजिटल आदतों को बदल पाएगा।
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