Microsoft चाहता है कि आने वाले समय में Windows सिर्फ एक सामान्य ऑपरेटिंग सिस्टम न रहे बल्कि एक स्मार्ट, AI पर आधारित OS बन जाए। इसका मतलब ऐसा Windows जो आपके काम को समझे, छोटे-छोटे टास्क खुद ही कर दे और आपको ज्यादा प्रोडक्टिव बना दे। लेकिन अब इसको लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं….
Agentic OS क्या होता है?
आसान भाषा में, यह ऐसा OS होता है जो आपकी ज़रूरतों को खुद समझे। आपके लिए चीज़ें ऑटोमेट करे और AI, क्लाउड और डिवाइस को आपस में मिलाकर स्मार्ट तरीके से काम करे। कुल मिलाकर Windows थोड़ा सोचने वाला सिस्टम बन जाएगा।
लेकिन यूज़र्स को क्या चाहिए?
लेकिन अब यहां ट्विस्ट आता है। दरअसल ज़्यादातर लोगों को इतने AI फीचर्स नहीं चाहिए लोग कह रहे हैं कि उन्हें बस तेज़ Windows, भरोसेमंद सिस्टम और बिना क्रैश के स्मूद परफ़ॉर्मेंस चाहिए।
Microsoft AI: डेवलपर्स की भी शिकायतें
कई डेवलपर्स का कहना है कि Microsoft AI पर ज्यादा ध्यान दे रहा है, लेकिन उन फीचर्स पर कम जो परफ़ॉर्मेंस और कंट्रोल बढ़ाते हैं। उन्हें लगता है कि Windows पहले जितना हल्का और भरोसेमंद अब नहीं रहा।

Microsoft का जवाब
Windows टीम ने अपने बयान में कहा है कि वे यूज़र्स की चिंताओं को सुन रहे हैं और परफ़ॉर्मेंस व स्टेबिलिटी में सुधार भी करेंगे। हालांकि अभी कोई साफ टाइमलाइन नहीं दी गई है कि कब तक ये बदलाव नजर आएंगे।
पहले बेसिक, फिर AI
AI पावर्ड Windows सुनने में अच्छा लगता है, लेकिन सच यह है कि यूज़र सबसे ज्यादा तेज़ और स्टेबल Windows चाहते हैं। जब बेसिक चीज़ें मजबूत होंगी, तभी AI वाली Windows सच में काम आएगी।
मेरी राय
Windows का यह नया ‘Agentic OS’ वाला कॉन्सेप्ट सुनने में तो बहुत हाई-टेक लगता है, लेकिन मुझे लगता है कि अभी यूज़र्स की सबसे बड़ी जरूरत AI नहीं, बल्कि एक स्टेबल Windows है। माइक्रोसॉफ्ट जितना AI जोड़ रहा है, उतना ही सिस्टम भारी लगता है। आखिर में यूज़र को वही Windows अच्छा लगता है जो बिना क्रैश करे स्मूथ एक्सपीरियंस दे।
यह भी पढ़ें: BSNL का बड़ा ऐलान, ग्राहकों के लिए पेश हुआ नया Silver Jubilee ऑफर












