AI Vs CEOs Job: गूगल CEO सुंदर पिचाई ने एक बड़ा खुलासा कर दिया है। जी हां जैसे कि आप सभी को पता है कि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। लोगों को भी यह डर सता रहा है कि, कहीं CEO की कुर्सी भी AI न संभालने लगे। इसी के साथ सुंदर पिचाई ने यह भी कहा कि, CEO का काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए “शायद सबसे आसान” भूमिकाओं में से एक होने वाला है।
हालांकि उन्होंने साथ ही चेतावनी भी दी कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अभी भी बहुत सी गलतियां करता है, इसलिए AI पर पूरी तरह से निर्भर होना खतरनाक हो सकता है। पिचाई ने साफ कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से कुछ नौकरियां खत्म होंगी, कुछ बदलेंगी और लोगों को खुद को नए दौर के हिसाब से ढालना पड़ेगा।
AI से CEO तक की नौकरी पर खतरा?
सुंदर पिचाई ने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने वाले समय में “कंप्लेक्स” टास्क को भी तुरंत आसानी से कर लेगा और यूजर की जगह पर एक एजेंट की तरह काम करने लेगा। इसी के साथ उन्होंने आगे कहा कि एक दिन AI CEO की भूमिका भी निभा सकता है, जो उनके मुताबिक “सबसे आसान कामों में से एक” साबित हो सकता है।
लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि CEO के कौन से काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेहतर अच्छे से बिना गलती के कर लेगा। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत सी नौकरियां खत्म करने वाला है। पिचाई के अनुसार लोगों को इस ट्रांजिशन के लिए तैयार रहना होगा।
AI को लेकर पिचाई की चेतावनी
अपनी बात को रखते हुए पिचाई ने आगे यह भी कहा कि AI की पूरी क्षमता खुलने में अभी थोड़ा टाइम है और कई हिस्सों में अभी काफी सुधार की भी आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल अभी भी बहुत सी गलतियां करते हैं और उन पर पूरी तरह भरोसा करना फिलहाल किसी के लिए भी सही नहीं है।

पिचाई ने उदाहरण देते हुए कहा कि AI किसी स्टॉक में निवेश या मेडिकल ट्रीटमेंट जैसे बड़े फैसलों में मार्गदर्शन दे सकता है, लेकिन अंतिम निर्णय लेते समय सावधानी सभी को बरतनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इंटरनेट की तरह AI में भी ओवर-इंवेस्टमेंट का दौर है, लेकिन आखिर में इसका प्रभाव उतना ही बड़ा होगा।
क्या गूगल भी सुरक्षित है? कंपनी पर AI के प्रभाव की चर्चा
सुंदर पिचाई का यह भी कहना है कि AI का असर किसी पर भी रुकने वाला नहीं है और “कोई भी कंपनी इससे अछूती नहीं है, गूगल भी नहीं”। उन्होंने आगे यह भी बताया कि इंडस्ट्री में अभी कुछ जगह निवेश का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ रहा है, लेकिन तकनीक का लंबा भविष्य अभी मजबूत है। पिचाई ने जोर देकर यह भी कहा कि गूगल अपनी “फुल स्टैक टेक्नोलॉजी” के कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उतार-चढ़ाव को झेलने के लिए तैयार है। साथ ही उन्होंने फिर से कहा कि AI मॉडल की गलतियों से बचने के लिए गूगल सर्च जैसे विश्वसनीय साधन सबसे बड़ा किरदार निभाएंगे।
लेखक की राय
सुंदर पिचाई का बयान बताता है कि AI सिर्फ सपोर्टिव टूल नहीं रहा, बल्कि नेतृत्व भूमिकाओं को भी चुनौती देने की क्षमता हासिल कर रहा है। CEO जैसे स्ट्रैटजिक रोल में AI का इस्तेमाल संभव तो है, लेकिन वह अभी भी मानवीय判断, अनुभव और नैतिक समझ की बराबरी नहीं कर सकता। पिचाई की चेतावनी सही है—आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेज़ी से बढ़ रहा है, लेकिन उसकी गलतियाँ भी उतनी ही बड़ी हो सकती हैं। आने वाला समय मानव और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सहयोग का होगा, जहां संतुलन बनाए रखना ही सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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