भारत में AI का प्रयोग लगातार बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन कुछ ऐसे चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, AI का बाज़ार 2027 तक एक गुना नहीं बल्कि तीन गुना बढ़ने की संभावना बताई जा रही है। इन सब के पीछे भी कई कारण है जैसे कि बढ़ते निवेश तेजी से विकसित हो रहे हैं डिजिटल इकोसिस्टम इत्यादि।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के पास एआई टैलेंट का लगभग 16% हिस्सा मौजूद है। यानी कि अमेरिका के बाद भारत दूसरा ऐसा AI हब हैं जहां इतना ज्यादा AI टैलेंट हैं।
तीन साल में 2,000 से ज्यादा AI स्टार्टअप लॉन्च
BCG की रिपोर्ट चौंकाने वाली हैं जिसमें पर्सपेक्टिव ऑन इमर्जिंग चैलेंजर्स” में यह बताया गया है कि भारत एक ऐसा देश है जहां पर लगभग 6 लाख से ज्यादा एआई प्रोफेशनल्स है। जबकि 70 करोड़ से ज्यादा इंटरनेट यूजर्स लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि यह बहुत तेजी से विकसित हो रहा है।

क्योंकि, अगर हम पिछले तीन साल का रिपोर्ट देखे तो यह पता चलता है कि भारत तीन साल में 2,000 से ज्यादा AI स्टार्टअप लॉन्च किया है। इन सभी चीजों को देखकर यह भी बताया गया कि आने वाले 3 साल में यानी 2027 में एआई का स्टार्टअप 3 गुना बढ़कर मतलब कि 17 बिलियन डॉलर हो जाएगा। जिसके कारण ये दुनिया का तेजी से बढ़ता Ai अर्थव्यवस्था में से एक बन जाएगा।
AI को लेकर लिया गया निर्णय
AI भारत के जितने भी जन-आधारित डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर है। उनमें बहुत मदद करता है जैसे यूपीआई, डिजिलॉकर, ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) प्लेटफॉर्म इत्यादि। वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो भारत में इंटरनेट और स्मार्टफोन का उपयोग तीन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
जो भारी उपयोग को बड़े पैमाने पर डाटा पैदा करता है। जो एआई मॉडल को ट्रेनिंग देने में सहायता करता है। इन सभी चीजों को देखते हुए BCG ने कहा कि यह एआई को विकसित करने में क्षमता देता है।
खोले जाएंगे 10,000 से ज्यादा ट्रेनिंग और रिसर्च सेंटर
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, 2025 में भारत 45 नए डाटा सेंटर शुरू करने की योजना बना रहा है। जिसमें 152 डाटा सेंटरों के नेटवर्क में 1,015 मेगावाट के अतिरिक्त क्षमता देखने को मिलेगी। सरकार ने इन सभी को देखते हुए इंडिया एआई पहल के अनुसार सरकार ने 10,000 करोड रुपए का बजट तैयार किया है। जिससे 10,000 से अधिक GPUs एआई मॉडल ट्रेनिंग और रिसर्च सेंटर खोले जाएंगे।