---Advertisement---

ChatGPT Advice: शख्स को पड़ी भारी, अस्पताल में होना पड़ा भर्ती – जानें पूरा किस्सा

By Priti Yadav

Published On:

Follow Us
ChatGPT

Next 1,000 Followers Get Early Bird Deals – Don’t Miss Out!

Join Now

Open AI का ChatGPT आज के समय में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि, यह सभी काम को आसानी से कम समय के अंदर कर देता है। लेकिन ChatGPT से स्वास्थ्य संबंधित सलाह लेना हानिकारक साबित हो सकता है।

अब आप सोच रहे होंगे क्यों ? तो जानकारी के लिए बता दें कि, चैट GPT अभी उतना विकसित नहीं हुआ है कि, ये डॉक्टर की जगह ले सके। कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जहां पर मनुष्य अपने हेल्थ रिलेटेड बात ChatGPT से पूछ रहे हैं। जिससे उनकी समस्या और भी बढ़ जा रही है।

ChatGPT पर क्यों न करे भरोसा ?

रिपोर्ट के मुताबिक, एक व्यक्ति ने ChatGPT से अपने स्वास्थ्य संबंधित सलाह मांगी। इसी के साथ प्रश्न किया कि, अपने खाने से नमक को कैसे हटाए, जिसमें AI ने यह उत्तर दिया कि, नमक के जगह आप सोडियम ब्रोमाइड का उपयोग कर सकते है। जानकारी के लिए बता दें कि, इसका उपयोग 20वीं सदी में किया जाता था दवाइयों के लिए लेकिन अब इसे बहुत जहरीला माना जाता है।

ChatGPT

लेकिन वह व्यक्ति इस सलाह को सही मान लिया और अपने भोजन में सोडियम ब्रोमाइड का उपयोग लगातार तीन महीना तक किया। इस दौरान उसने किसी डॉक्टर से भी कोई सलाह नहीं ली जिसका नतीजा उसकी सेहत पर भारी पड़ने लगा।

जाने लक्षण

आप कि जानकारी के लिए बता दें कि, सोडियम ब्रोमाइड का सेवन करने से बहुत सी दिक्कतें होने लगती हैं। जैसे कि, बहुत ज्यादा डर लगना, भ्रम होना, ज्यादा प्यास लगना, चिड़चिड़ापन महसूस होना इत्यादि। उस व्यक्ति के इतने ज्यादा सेवन करने के बाद उसकी हालत इतनी ज्यादा बिगड़ गई कि अस्पताल में भर्ती होने पर उसने पानी पीने से भी मना कर दिया। क्योंकि उसे ऐसा लगता था कि पानी में कुछ मिलाया गया है। जांच में पता चला कि वह ब्रोमाइड टॉक्सिसिटी का शिकार हो गया है।

डॉक्टरों ने कैसे बचाई जान

रिपोर्ट का पता चलते ही डॉक्टर ने उसपर काम किया और शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन ठीक किया लगभग तीन हफ्तों के इलाज के दौरान उसके शरीर में सोडियम और क्लोराइड का स्तर सामान्य हुआ। जिससे उसके तबियत में पहले की अपेक्षा सुधार होते गया और उसे छुट्टी दे दी गई।

AI की मेडिकल सलाह पर भरोसा न करें

इस मामले को देखते हुए अमेरिकन कॉलेज ऑफ फिजिशियन्स की पत्रिका में प्रकाशित इस केस ने यह बताया कि,स्वास्थ्य संबंधित जानकारी किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से ना कि AI से लेना चाहिए।

यह भी पढ़ें: Vivo V60 भारत में जल्द होगा लॉन्च, OriginOS के साथ पहला इंटरनेशनल हैंडसेट

Priti Yadav

प्रिति यादव एक अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिनके पास कई वर्षों का अनुभव है। इन्होंने कई नामी न्यूज़ पोर्टल्स और कंपनियों के साथ काम किया है। सभी बीट्स पर लिखने में निपुण हैं, लेकिन इनकी सबसे पसंदीदा बीट है टेक्नोलॉजी। नई तकनीक को सरल भाषा में समझाना इनकी खासियत है।"

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Leave a Comment