Samsung ने एक बार फिर अपनी इनोवेशन पावर को साबित किया है। कंपनी ने Johns Hopkins University Applied Physics Laboratory के साथ मिलकर विकसित की गई अपनी नेक्स्ट-जेन Peltier Cooling Technology के लिए प्रतिष्ठित 2025 R&D 100 Award जीता है। यह अवॉर्ड तकनीकी दुनिया में बेहद खास माना जाता है। इसे अक्सर इंजीनियरिंग का ‘नोबल प्राइज़’ और इनोवेशन का ‘ऑस्कर्स’ कहा जाता है।
इस टेक्नोलॉजी की खासियत यह है कि यह पारंपरिक रेफ्रिजरेंट्स के बजाय सेमीकंडक्टर मटेरियल्स और नैनोटेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है, जो इसे एनर्जी-एफिशिएंट बनाने के साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित रखता है। माना जा रहा है कि यह उपलब्धि आने वाले समय में डेटा सेंटर्स, घरों, ऑफिसों और स्मार्ट अप्लायंसेज़ की कूलिंग टेक्नोलॉजी को पूरी तरह बदल सकती है।
क्या है Samsung की नई कूलिंग टेक्नोलॉजी?
Samsung की यह अगली पीढ़ी की कूलिंग टेक्नोलॉजी पारंपरिक रेफ्रिजरेंट्स पर निर्भर नहीं रहती है, बल्कि इसमें सेमीकंडक्टर मटेरियल का उपयोग किया गया है। इस वजह से यह पर्यावरण के लिए अधिक सुरक्षित होने के साथ-साथ पारंपरिक तकनीक की तुलना में कहीं अधिक ऊर्जा-कुशल भी है। इस रिसर्च को प्रतिष्ठित जर्नल Nature Communications में प्रकाशित किया गया। जिसके बाद इस इनोवेशन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली।

क्या है इसकी खासियत?
Samsung की इस नई Peltier कूलिंग टेक्नोलॉजी में एफिशिएंसी को लगभग 75% तक बढ़ाया गया है। अब यह पिछली पीढ़ी की तुलना में अधिक पावरफुल और उपयोगी है। इसके अलावा, इस तकनीक में मटेरियल का इस्तेमाल बहुत कम होता है। पहले के मुकाबले सिर्फ़ 0.1% का उपयोग होने के कारण यह अधिक किफायती और टिकाऊ मानी जा रही है। यही नहीं, इसका कॉम्पैक्ट डिज़ाइन छोटे और हल्के कूलिंग डिवाइस बनाने का नया रास्ता खोलता है। यानी ये आसान उपयोग के साथ पूरी तरह इको-फ्रेंडली भी साबित होंगे।
भविष्य में कैसे होंगे उपयोग?
कूलिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भविष्य में कई क्षेत्रों में किया जा सकता है। यह कारों के लिए एक इको-फ्रेंडली कूलिंग विकल्प बन सकती है, वहीं बड़े पैमाने पर डेटा सेंटर्स में भी ऊर्जा की बचत और बेहतर परफॉर्मेंस के लिए इसका उपयोग संभव है।
इसके अलावा, घरों और दफ़्तरों में एसी और रेफ्रिजरेशन सिस्टम की जगह इसका उपयोग हल्के और इको-फ्रेंडली डिवाइस के रूप में किया जा सकता है। स्मार्ट होम अप्लायंसेज़ को और भी बेहतर बनाने में यह तकनीक अहम भूमिका निभा सकती है। इसकी झलक Samsung पहले ही अपने AI Hybrid Refrigerator के ज़रिए दिखा चुका है, जिसे IFA 2024 में पेश किया गया था।
Samsung की इस सफलता को कूलिंग टेक्नोलॉजी के नए अध्याय के रूप में देखा जा रहा है। साथ ही ग्रीन टेक्नोलॉजी की दिशा में भी यह बड़ा कदम है। आने वाले समय में यह डिवाइस हमारे रोज़मर्रा के जीवन का हिस्सा बन सकती हैं।
यह भी पढ़ें : WhatsApp का नया फीचर: अब किसी भी ऐप से सीधे स्टेटस अपडेट करें