Apple ने एक बार फिर से मार्केट में अपनी मज़बूत पकड़ कायम रखी है। दरअसल टैबलेट मार्केट में 2025 की दूसरी तिमाही धमाकेदार साबित हुई। IDC की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल-जून Q2 में दुनिया भर में टैबलेट शिपमेंट 13% बढ़कर 3.83 करोड़ यूनिट्स तक पहुंच गई।
नए लॉन्च, रिप्लेसमेंट साइकिल, चीन में सरकारी सब्सिडी और टैरिफ से पहले स्टॉक बढ़ाने की रणनीति ने इस ग्रोथ को और तेज़ कर दिया है। इस रेस में Apple एक बार फिर नंबर 1 पर बना रहा।
Q2 2025 में कौन रहा नंबर 1?
इसमें Apple पहले स्थान पर बना हुआ है। 1.27 करोड़ शिपमेंट और 33.1% मार्केट शेयर के साथ बढ़त बनाई है। इसका की-ड्राइवर कंपनी के द्वारा 2025 में लांच किया गया iPad रहा है। इसी के साथ कंपनी का year-over-year ग्रोथ 2.4% है।
टॉप 5 टैबलेट ब्रांड्स का शिपमेंट और मार्केट शेयर:
कंपनी | आँकड़े |
Apple | Q2 2025: 12.7M शेयर: 33.10% Q2 2024: 12.4M ग्रोथ: 2.4% |
Samsung | Q2 2025: 7.2M शेयर: 18.70% Q2 2024: 6.9M ग्रोथ: 4.2% |
Lenovo | Q2 2025: 3.1M शेयर: 8.20% Q2 2024: 2.5M ग्रोथ: 25.0% |
Amazon | Q2 2025: 3.1M शेयर: 8.00% Q2 2024: 1.0M ग्रोथ: 205.0% |
Xiaomi | Q2 2025: 2.8M शेयर: 7.40% Q2 2024: 2.0M ग्रोथ: 42.0% |
Others | Q2 2025: 9.4M शेयर: 24.60% Q2 2024: 9.1M ग्रोथ: 3.6% |
कुल | Q2 2025: 38.3M मार्केट शेयर: 100% Q2 2024: 33.8M ग्रोथ: 13.1% |
क्या रही ब्रांडवार परफॉर्मेंस?
IDC की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की दूसरी तिमाही में टैबलेट मार्केट में Apple ने 1.27 करोड़ यूनिट शिपमेंट और 33.1% मार्केट शेयर के साथ बढ़त बनाई, जिसमें iPad 2025 की मजबूत डिमांड मुख्य वजह रही है।
वही Samsung ने 72 लाख यूनिट्स और 18.7% मार्केट शेयर हासिल किया, जहां Galaxy Tab सीरीज़ को लैटिन अमेरिका, मिडिल ईस्ट और यूरोप में अच्छी मांग मिली।

Lenovo ने 31 लाख यूनिट्स और 8.2% मार्केट शेयर के साथ तीसरा स्थान पाया, जिसमें Tab M सीरीज़ और चीन की सरकारी सब्सिडी ने अहम भूमिका निभाई है। Amazon ने भी 31 लाख यूनिट्स की शिपमेंट की और 205% की सालाना बढ़त दर्ज की, जो Fire टैबलेट रेंज के बढ़े दायरे से संभव हुई है।
वहीं, Xiaomi ने 28 लाख यूनिट्स और 7.4% मार्केट शेयर हासिल किया, जिसमें Pad 7 और Redmi Pad SE की मजबूत मांग का अहम योगदान रहा।
क्या हैं Q2 ग्रोथ के पीछे की मुख्य वजहें?
IDC की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रोथ के पीछे कई अहम वजहें रहीं हैं। सबसे पहले, नए डिवाइस लॉन्च ने यूज़र्स को अपग्रेड के लिए अपनी ओर खींचा। रिप्लेसमेंट साइकिल का भी बड़ा असर देखने को मिला जहां पुराने टैबलेट बदलकर लोग नए मॉडल ले रहे हैं।
चीन में सरकारी सब्सिडी ने वहां की डिमांड को खासा बढ़ावा दिया, जिससे कई ब्रांड्स को फायदा मिला है। इसके अलावा, संभावित टैरिफ बढ़ोतरी से पहले कंपनियों ने बड़े पैमाने पर स्टॉकपाइलिंग की जिससे शिपमेंट वॉल्यूम में खास इज़ाफा हुआ है।
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