जब भी कोई यूज़र Android से iPhone या iPhone से Android पर स्विच करता है, डेटा ट्रांसफर सबसे बड़ी समस्या बन जाता है। कॉन्टैक्ट्स से लेकर फोटो, चैट बैकअप और ऐप डेटा तक हर चीज़ को सही तरीके से ले जाना अक्सर समय की खपत और परेशानी से भरा होता है।
लेकिन अब Apple और Google मिलकर इस प्रक्रिया को बेहद आसान बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। आने वाले अपडेट्स में यूज़र को सीधे फोन सेटअप स्क्रीन पर ही डेटा ट्रांसफर का नया विकल्प दिखाई देगा, जिससे पूरी प्रक्रिया तेज़ और आसान हो जाएगी।
सेटअप के दौरान ‘Copy Data/Transfer Data’
रिपोर्ट के अनुसार, नई सुविधा पहले से मौजूद माइग्रेशन ऐप्स की जगह एक इन-बिल्ट तरीका देगी। इस फीचर को पहले Android के Canary build में देखा गया है। फिलहाल यह अभी प्रयोगात्मक स्थिति में है। इसका मतलब जब आप नया फोन सेटअप करेंगे, तो ‘Copy Data’ या ‘Pair with iPhone/iPad’ जैसा विकल्प दिखेगा। उसके ज़रिए आप डेटा सीधे ट्रांसफर कर सकते हैं, अलग-अलग ऐप्स खोलने की ज़रूरत नहीं होगी।
किस तरह डेटा ट्रांसफर होगा?
इस नए सिस्टम से सिर्फ Contacts, Photos या Messages ही नहीं बल्कि अन्य डेटा प्रकार जिन्हें पहले ट्रांसफर करना मुश्किल था, उसे भी ट्रांसफर करना आसान हो जाएगा।
ऐप डेटा, सेटिंग्स और संभवतः तीसरे-पार्टी ऐप्स का डेटा भी माइग्रेट हो सकेगा। इससे यूज़र्स को नया फोन सेटअप करते समय सब कुछ जैसे कि ऐप्स, मीडिया, कॉन्टैक्ट्स, ऐतिहासिक डेटा आदि आसानी से ट्रांसफर करने में मदद मिलेगी।
फायदे – क्यों है यह बदलाव मायने रखता है
आसान सेटअप:
अब अलग-अलग माइग्रेशन ऐप डाउनलोड या इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होगी। सेटअप के दौरान ही सब कुछ हो जाएगा।
तेज प्रक्रिया:
पुरानी प्रक्रिया के बजाय एक ही सिस्टम-लेवल टूल से ट्रांसफर से समय और प्रयास की बचत होगी।
डेटा लॉस:
डेटा लॉस या भूलने-चूक की संभावना कम होगी, क्योंकि यह सिस्टम बेस्ड होगा, न कि थर्ड-पार्टी ऐप्स पर भरोसा होगा।
स्विचिंग:
Android से iPhone या iPhone से Android, दोनों ओर स्विच करना यूज़र्स के लिए पहले से आसान हो जाएगा।

क्या अभी सबके लिए उपयोगी होगा?
अभी यह फीचर सिर्फ बीटा/कैनरी वर्ज़न में है। जिसका मतलब आम यूज़र्स के लिए अभी उपलब्ध नहीं है। शुरुआत में यह सुविधा सिर्फ कुछ चुनिंदा डिवाइसों में ही जिन्हें अपडेट मिले हैं, तक सीमित हो सकती है। हालाँकि कितना डेटा ट्रांसफर हो पाएगा, यह काफी हद तक ऐप डेवलपर्स के सपोर्ट पर निर्भर करेगा। इसलिए संभव है कि शुरुआती चरण में कुछ ऐप डेटा या विशेष सेटिंग्स पूरी तरह ट्रांसफर न हों।
मेरी राय
अगर आप लंबे समय से Android से iPhone स्विच करना चाहते थे, लेकिन डेटा माइग्रेशन की दिक्कतों की वजह से दुविधा में थे, तो यह नया परिवर्तन आपके लिए वरदान साबित हो सकता है।
Apple और Google द्वारा पेश की जा रही यह सुविधा, इस लंबे चले आ रहे iOS–Android क्लिच को हल्का बनाती दिख रही है। हालांकि अभी यह सुविधा सीमित है, लेकिन भविष्य में जब यह सभी के लिए उपलब्ध हो जाएगी, तब फोन बदलना, डेटा ले जाना और नए फोन पर सेटअप करना पहले से कही आसान हो जाएगा।
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