Internet हमारे जीवन का ऐसा हिस्सा बन गया है। जो हमारी ज़िंदगी को बेहद आसान बना दिया है। लेकिन नेट की वजह से लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। क्योंकि, Cyber Crime का मामला दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।
देखा जाए तो Cyber Crime का शिकार ज्यादातर बुज़ुर्ग व्यक्ति यानी कि सीनियर सिटीजन हुए हैं। ऐसे कई मामले देखे गए हैं कि बुजुर्ग साइबर फ्रॉड के जाल में जल्दी फंस जाते हैं। आपको जानकार हैरानी होगी कि मात्र 9 महीने में 36 सीनियर सिटीजन Cyber Crime के शिकार हुए हैं।
Cyber Crime के बढ़े मामले
आप सभी को पता है कि, Internet की वजह से आज सारा चीज ऑनलाइन हो जाता है। जैसे बैंकिंग सर्विस और डे टू डे सर्विसेज इत्यादि। जिसके वजह से Cyber Crime करने वाले व्यक्ति बुजुर्ग लोगों को अपना शिकार जल्दी बनाते हैं। इसके पीछे भी एक बड़ी वजह है। क्योंकि, बुजुर्ग लोग किसी के बातों में जल्दी आ जाते हैं।

गोवा पुलिस ने इस जांच के बारे में पता लगाया गया यह जानकारी समाने आई कि 2024 सितंबर से लेकर अब तक 9 महीने में अन्दर 36 वरिष्ठ नागरिकों को फसाया गया है।जिसमें से की कुल लगभग 15 बुजुर्ग व्यक्तियों को डिजिटल अरेस्ट स्कैम का शिकार बनाया गया।
बुजुर्ग व्यक्ति हो रहे हैं इसके सबसे ज्यादा शिकार
कुछ मामले ऐसे भी समाने आए हैं।जिसमें देखा गया है कि जो लोग इसका शिकार हुए हैं वो डर और शर्म के मारे रिपोर्ट भी दर्ज नहीं करते। वहीं कुछ लोग जिंदगी भर की जमा पूंजी अपनी गवा बैठते हैं। जबकि कई मामले ऐसे भी सामने आए हैं जो व्यक्ति इसके शिकार हो जाते हैं।
वे डिप्रेशन और अन्य बीमारियों का सामना करने लगते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह मामला सिर्फ गोवा में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं। जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को साइबर अपराधियों के कारण लाखों और करोड़ों रुपए गवाने पड जा रहे हैं।
कैसे खेला जा रहा है ठगी का खेल
ऐसा कई बार देखा गया है कि, अपराध करने वाले व्यक्ति कभी पुलिस बनकर बात करते हैं तो कभी बैंक अधिकारी। जिसके बाद बुजुर्ग लोगों को इस बात की भनक नहीं पड़ती है कि उनके साथ हो क्या रहा है। वैसे वरिष्ठ नागरिक स्कैमर के बातों में आकर अपने पैसे गवा बैठते हैं।
वरिष्ठ नागरिकों को दें ये जरूरी जानकारी
- अगर आपके भी घर में कोई बुजुर्ग व्यक्ति है तो इन बातों के बारे में जरूर जानकारी देना चाहिए।
- अनजान नंबर वाले फोन को कभी भी कोई भी OTP और बैंक डिटेल नहीं देना चाहिए।
- ध्यान देने वाली बात यह है कि अगर कोई भी अनजान व्यक्ति खुद को पुलिस या फिर बैंक कर्मचारी बताता है तो उन्हें कोई भी डिटेल शेयर ना करें।
- सबसे बड़ी बात की उन्हें आप इस बात की जानकारी जरूर दें कि कोई भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
Cyber Crime Helpline Number
आप लोगों के भी साथ अगर साइबर क्राइम जैसी अपराध हो रहे हैं तो आप 1930 नंबर पर जरूर डायल करें। आप कि जानकारी के लिए बता दें कि, यह एक नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर है। अगर कोई भी व्यक्ति साइबर क्राइम फोन से परेशान है तो वह तुरंत इस फोन नंबर पर कॉल कर कर अपनी परेशानी बता कर शिकायत दर्ज कर सकता है या फिर अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन जाकर शिकायत कर सकता है।
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