Mozilla Firefox ने आखिरकार AI की दुनिया में बड़ा कदम उठा लिया है। ChatGPT Atlas और Comet जैसे AI ब्राउज़र्स के बाद अब Firefox भी इसमें शामिल हो गया है। कंपनी ने एक नया फीचर पेश किया है जिसका नाम AI Window है। तो चलिए पूरी जानकारी विस्तार से बताते हैं….
क्या है Firefox का नया AI Window?
Firefox का कहना है कि AI Window ब्राउज़िंग को अब यूज़र्स के लिए आसान और स्मार्ट दोनों बनाएगा। इसका मतलब आप इंटरनेट चला रहे हों और उसी समय स्क्रीन पर AI आपकी मदद कर करेगा। जैसे अगर टेक्स्ट समझना हो, जानकारी निकालकर देना हो या फिर पेज का सार बताना हो।
यूज़र्स के लिए सबसे अच्छी बात?
सबसे अच्छी बात यह है कि ये फीचर पूरी तरह ऑप्शनल है। अगर आप AI नहीं इस्तेमाल करना चाहते, तो ब्राउज़र पहले की तरह ही चलेगा।
Mozilla ने ये भी कहा है कि वो ऐसा AI नहीं बनाना चाहते जो आपको चैट-चैट में ही फंसा दे। बल्कि, उनका AI सिर्फ आपकी ब्राउज़िंग को बेहतर बनाने के लिए रहेगा।

अभी सभी के लिए उपलब्ध नहीं
AI Window फिलहाल वेटलिस्ट में है। इसका मतलब यह है कि ये जल्द ही लॉन्च होगा, लेकिन सभी को एक साथ नहीं मिलेगा।
Firefox पहले भी AI जोड़ चुका है
Mozilla Firefox इससे पहले भी अपनी ऐप्स में AI आधारित फीचर्स जोड़ चुका है। सबसे पहले, उन्होंने डेस्कटॉप ब्राउज़र में AI चैटबॉक्स दिया था, जिसमें यूज़र किसी भी पेज को ब्राउज़ करते हुए साइडबार में AI से सवाल पूछ सकते थे जैसे किसी आर्टिकल का सारांश हो, किसी शब्द का मतलब या किसी मुश्किल टेक्स्ट की आसान व्याख्या करना हो इसने ब्राउज़िंग को स्मार्ट बनाया।
इसके बाद, Firefox ने अपने iOS ऐप में Shake to Summarize फीचर लाया। यह बहुत आसान और मज़ेदार फीचर था। यूज़र सिर्फ फोन हिलाते थे और पेज का सारांश सामने आ जाता था। लोगों को यह इसलिए पसंद आया क्योंकि यह बिना किसी अतिरिक्त बटन या मेन्यू के तुरंत काम करता था और लंबी खबरों या ब्लॉग्स का एक छोटा सा सार दे देता था।
ब्राउज़र मार्केट में Google Chrome अभी सबसे आगे है। लेकिन Firefox का फायदा ये है कि ये Chromium पर नहीं बना, इसका अपना Gecko इंजन है। यही वजह है कि Mozilla मानता है कि उनका AI फीचर Chrome से अलग और अनोखा अनुभव देगा।
Chrome को सीधी टक्कर
मेरी राय
Firefox का यह AI Window फीचर काफी दिलचस्प है, क्योंकि बाकी ब्राउज़र्स AI को सिर्फ चैट और ऑटो-रिप्लाई तक सीमित कर रहे हैं, जबकि Mozilla इसे सीधे ब्राउज़िंग के साथ जोड़ने की कोशिश कर रहा है।
मुझे यह बात भी अच्छी लगी कि यह फीचर पूरी तरह ऑप्शनल है। अगर किसी को AI नहीं पसंद, तो ब्राउज़र वैसे ही चलता रहेगा जैसे पहले। एक और चीज़ जो मुझे प्रभावित करती है वह है Mozilla की प्राइवेसी और ओपन-सोर्स सोच, जो आज के AI दौर में काफी जरूरी है। Chrome जैसे बड़े ब्राउज़र्स से मुकाबला आसान नहीं है, लेकिन अगर Firefox अपने AI को आसान और भरोसेमंद रखता है, तो यह फीचर कई यूज़र्स को अपनी तरफ खींच सकता है।
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