Google एक ऐसा फीचर लेकर आ रहा है जो आपके ब्राउज़िंग अनुभव को बदल देगा। अगर आप भी बार बार के नोटिफिकेशंस के चलते परेशान रहते थे तो एक राहत भरी खबर है। दरअसल Google Chrome अब खुद ही उन वेबसाइट्स के नोटिफिकेशन ऑटोमेटिकली म्यूट कर देगा, जिनके अलर्ट्स को आप बार-बार नज़रअंदाज़ करते हैं।
यह फीचर Chrome के Safety Check टूल का हिस्सा है। इसका मकसद है यूज़र्स को बार-बार परेशान करने वाले पॉप-अप्स से राहत देना है।
क्या है नया Chrome ऑटो-म्यूट फीचर?
Google Chrome पहले से ही Safety Check के ज़रिए कैमरा, लोकेशन और सेंसिटिव परमिशन्स को कंट्रोल करने की सुविधा देता है। अब यही टूल वेबसाइट नोटिफिकेशन पर भी लागू होगा । इसका मतलब Chrome खुद तय करेगा कि कौन सी साइट आपके नोटिफिकेशन परमिशन के लायक है और कौन सी नहीं।
अगर कोई साइट बार-बार नोटिफिकेशन भेजती है लेकिन आप कभी क्लिक नहीं करते, तो Google Chrome अपने आप उस साइट के नोटिफिकेशन डिसेबल कर देगा।
कैसे काम करता है यह फीचर?
यह फीचर Android के पहले से मौजूद एक ऑटो-अनसब्सक्राइब सिस्टम जैसा है, जहाँ यूज़र्स सिर्फ एक टैप में किसी वेबसाइट के नोटिफिकेशन बंद कर सकते हैं। लेकिन यह अपडेट थोड़ा अपग्रेडेड है। यह ऑटोमैटिकली उन साइट्स को साइलेंट करे देगा जिनसे नोटिफिकेशन तो बहुत आते हैं लेकिन इंटरैक्शन लगभग नहीं होता।
हालाँकि, यह फीचर आपके डिवाइस में इंस्टॉल किए गए वेब ऐप्स को प्रभावित नहीं करेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Google Chrome में आने वाले 99% वेब नोटिफिकेशन पर कोई इंटरैक्शन नहीं होता यानि ज़्यादातर यूज़र्स इन्हें इग्नोर कर देते हैं।
Google का दावा: नोटिफिकेशन ओवरलोड में भारी कमी
Google ने अपने बयान में बताया कि इस फीचर की टेस्टिंग के बाद नोटिफिकेशन ओवरलोड में भारी कमी देखी गई है, जबकि कुल क्लिक रेट में बहुत मामूली सा बदलाव आया।
दिलचस्प बात यह है कि जिन वेबसाइट्स ने कम नोटिफिकेशन भेजे, उन्हें क्लिक रेट में वृद्धि देखने को मिली। इससे साफ़ है कि कम अलर्ट भेजने वाली साइट्स यूज़र्स के साथ ज़्यादा एंगेजमेंट हासिल कर रही हैं।

यूज़र्स के पास रहेगा पूरा कंट्रोल
अगर यूज़र्स चाहें, तो वे इस ऑटो-म्यूट फीचर को पूरी तरह बंद भी कर सकते हैं। साथ ही, किसी वेबसाइट के नोटिफिकेशन को दोबारा ऑन करने के लिए बस उस साइट को विजिट कर सकते है या Google Chrome के Safety Check मेन्यू से परमिशन एडजस्ट कर सकते हैं।
Google ने अभी तक इसके रोलआउट से जुड़ी कोई तारीख नहीं बताई है, लेकिन यह फीचर आने वाले Chrome अपडेट में सभी यूज़र्स के लिए जारी किया जाएगा।
मेरी राय
मेरे अनुसार यह अपडेट उन यूज़र्स के लिए वरदान होगा जो हर थोड़ी देर में वेबसाइट्स के पॉप-अप्स से परेशान रहते हैं।
अब Google Chrome खुद यह जिम्मेदारी ले रहा है कि कौन सी वेबसाइट आपके ध्यान के लायक है और कौन सी नहीं।
फायदे:
• नोटिफिकेशन स्पैम से राहत
• बेहतर ब्राउज़िंग फोकस
• कम दखलअंदाजी और क्लीन इंटरफ़ेस
कमियाँ:
• कभी-कभी उपयोगी साइट्स भी ऑटो-म्यूट हो सकती हैं
• अभी सिर्फ Android और Desktop तक सीमित
• रोलआउट की तारीख स्पष्ट नहीं
यह भी पढ़ें : BSNL Bharat Fibre Plans 2025: 1 साल की वैधता वाले बेहतरीन विकल्प और कीमतें