---Advertisement---

Google ने छोड़ा टैबलेट मार्केट: iPad और Galaxy Tab का दबदबा!

By Afreen Bano

Published On:

Follow Us
Google gives up on making tablets

Next 1,000 Followers Get Early Bird Deals – Don’t Miss Out!

Join Now

Google ने आखिरकार आधिकारिक तौर पर मान लिया है कि उसने टैबलेट मार्केट से अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। हाल ही में कंपनी ने Bloomberg को बताया कि जब तक उन्हें टैबलेट्स के लिए कोई मजबूत विज़न नहीं मिलता, तब तक नए प्रोजेक्ट्स पर काम रोक दिया गया है। यानी Pixel Tablet (2023) के बाद अभी फिलहाल Google टैबलेट्स की लाइनअप में सन्नाटा देखने को मिलेगा।

क्या रहा है Google का टैबलेट सफ़र?

Google का टैबलेट सफर ज्यादा लंबा नहीं चला। कंपनी ने 2023 में अपना Pixel Tablet लॉन्च किया था, जिसके बाद कम से कम दो और जेनरेशन लाने की योजना बनाई गई थी। लेकिन ये योजनाएँ बीच में ही कैंसिल कर दी गईं। Google का कहना है कि मौजूदा दौर में यूज़र्स अपने फोन से ज़्यादा किसी और डिवाइस पर निर्भर नहीं रहना चाहते इसलिए टैबलेट मार्केट में निवेश जारी रखना उसके लिए फ़ायदेमंद नहीं है।

क्यों हैं यह चौंकाने वाला कदम?

Google का यह कदम वाकई चौंकाने वाला है क्योंकि टैबलेट मार्केट अब भी मज़बूत है। Apple हर साल लाखों iPads बेचता है और लगातार नए मॉडल्स और फीचर्स ला रहा है।

goofle pixel tabs

इसी तरह Samsung की Galaxy Tab सीरीज़ भी यूज़र्स के बीच बड़े डिस्प्ले और ख़ासकर मल्टीटास्किंग फीचर्स की वजह से लोकप्रिय बनी है। देखा जाए तो Google का यह तर्क कि, लोग फोन से ज़्यादा कुछ नहीं चाहते, ज़्यादा ठोस नहीं लगता क्योंकि टैबलेट्स को लोग अक्सर घर या ऑफिस में कंटेंट देखने से लेकर पढ़ाई करने या फिर साधारण काम के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में यह चर्चाएँ भी हो रही है कि कहीं कंपनी अपनी सॉफ्टवेयर कमज़ोरी को छिपाने के लिए यह तर्क तो नहीं दे रही।

क्या है गूगल की कमज़ोरी?

Google टैबलेट्स की असली कमजोरी हमेशा से उनका सॉफ्टवेयर एक्सपीरियंस रहा है। हार्डवेयर के मामले में Pixel Tablet मज़बूत और प्रीमियम डिवाइस थी लेकिन Android टैबलेट्स का ऑप्टिमाइजेशन कभी भी iPadOS के स्तर तक नहीं पहुँच पाया। iPadOS को खासतौर पर टैबलेट के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें यूज़र्स बड़ी स्क्रीन का पूरा फायदा, ऐप्स और स्मूद मल्टीटास्किंग फीचर्स के साथ उठाते हैं। इसके उलट Android टैबलेट्स में अक्सर फोन वाले ही ऐप्स बड़े आकार में खिंचकर चलते हैं। इसी वजह से यूज़र एक्सपीरियंस अधूरा रहता है। यही कारण रहा है कि अच्छे हार्डवेयर के बावजूद Google टैबलेट्स को वह लोकप्रियता नहीं मिल सकी जिसकी उम्मीद की जा रही थी।

यूजर्स के लिए विकल्प?

अगर आप टैबलेट लेने की सोच रहे हैं तो अब Google से किसी नए मॉडल की उम्मीद करना बेकार है क्योंकि कंपनी ने साफ कर दिया है कि फिलहाल उसका इस मार्केट में कोई प्लान नहीं है। ऐसे में सबसे बेहतर विकल्प Apple और Samsung के टैबलेट्स ही हैं। Apple का iPad अपनी स्मूद परफॉर्मेंस और बेहतरीन ऐप इकोसिस्टम के चलते लंबे समय से टैबलेट सेगमेंट का लीडर बना हुआ है। यही नहीं अपने लंबे सॉफ्टवेयर सपोर्ट के चलते भी मार्केट में खास है। 

वहीं Samsung की Galaxy Tab सीरीज़ भी Android यूज़र्स के लिए एक अच्छा विकल्प है। जिसमें बड़े डिस्प्ले, S-Pen सपोर्ट और मल्टीटास्किंग जैसी तमाम विशेषताएं मौजूद हैं। दोनों कंपनियां लगातार अपने टैबलेट्स को अपडेट और अपग्रेड करती रहती हैं। इससे भविष्य में भी यूज़र्स को अच्छे विकल्प मिलते रहेंगे।

Google ने साफ कर दिया है कि फिलहाल उसके पास टैबलेट्स के लिए कोई विज़न नहीं है। जहां एक तरफ Apple और Samsung टैबलेट्स को नए फीचर्स और सॉफ्टवेयर के साथ लगातार आगे बढ़ा रहे हैं वहीं Google ने फिलहाल, इससे हाथ पीछे कर लिए हैं।

यह भी पढ़ें : Jio यूज़र्स को मिला तोहफ़ा: 3 महीने का JioSaavn Pro सब्सक्रिप्शन बिल्कुल मुफ्त!



Afreen Bano

मैं एक अनुभवी कंटेंट राइटर और मास कम्युनिकेशन में पोस्टग्रेजुएट हूँ। मुझे टेक्नोलॉजी, खासकर स्मार्टवॉच और लैपटॉप जैसे गैजेट्स पर लिखना पसंद है। मेरा उद्देश्य है कि टेक्नोलॉजी से जुड़ी जटिल जानकारियों को आसान, स्पष्ट और उपयोगी भाषा में आम पाठकों तक पहुँचाया जाए। लेखन के माध्यम से मैं तकनीक को समझने और अपनाने की प्रक्रिया को सरल और रोचक बनाना चाहती हूँ।

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Leave a Comment