Google ने अब एक नया कमाल कर दिखाया है! कंपनी ने अपनी नई क्वांटम चिप ‘Willow’ से ऐसा टेस्ट किया है जो आम कंप्यूटर या सुपरकंप्यूटर के लिए बहुत मुश्किल है।
Google का कहना है कि Willow चिप ने एक काम 13,000 गुना तेज़ी से किया, जितना समय एक सुपरकंप्यूटर लेता है। इससे साफ़ है कि अब क्वांटम कंप्यूटर का जमाना सच में नज़दीक आता दिख रहा है।
Willow चिप क्या है?
Willow एक खास तरह की क्वांटम कंप्यूटिंग चिप है। इसमें 105 क्यूबिट्स हैं। ये छोटे-छोटे यूनिट होते हैं जो क्वांटम डेटा संभालते हैं।
Google ने बताया कि इस चिप में गलती की दर बहुत कम है, इसलिए यह ज़्यादा सही तरीके से काम करती है।
सरल शब्दों में कहें तो यह चिप बहुत तेज़ और बहुत समझदार है।
इसने क्या किया?
Google की टीम ने Willow से एक खास एल्गोरिद्म चलाया, जो क्वांटम सिस्टम्स को समझने के लिए बनाया गया था। जहाँ सुपरकंप्यूटर को ये काम करने में घंटों या दिन लग सकते थे, Willow ने वही काम कुछ ही सेकंड में कर दिखाया! यानि गति में फर्क आसमान-जमीन जैसा है।

इसका मतलब क्या है?
इस खोज से साफ है कि क्वांटम कंप्यूटिंग अब सिर्फ लैब में होने वाला प्रयोग नहीं रह गया है। आने वाले समय में ऐसी तकनीक से
• नई दवाइयाँ तेजी से बन सकती हैं,
• एनर्जी सिस्टम बेहतर हो सकते हैं,
• और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी पहले से ज़्यादा ताकतवर बनेगा।
लेकिन हां, अभी यह शुरुआती दौर है। ऐसे में इस चिप को आम इस्तेमाल के लिए लाने में कुछ साल और लग सकते हैं।
मेरी राय
मुझे लगता है कि Willow चिप क्वांटम दुनिया में एक बहुत बड़ा कदम है। लेकिन अभी यह पारंपरिक कंप्यूटरों की जगह नहीं ले सकती। सुपरकंप्यूटर आज भी कई कामों में ज़रूरी हैं। फिर भी, अगर ऐसी क्वांटम चिप्स आगे और बेहतर बनीं, तो आने वाले 5–10 साल में हम एक नई तकनीकी क्रांति देख सकते हैं।
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