सोशल-फोकस्ड AI ऐप Meta AI ने हाल-ही में अपनी लोकप्रियता बढ़ा ली है। यह उछाल मुख्य रूप से ‘Vibes’ नाम के फीचर के कारण देखने को मिली है। यह फीचर यूज़र्स को इमेज से ही वीडियो जेनरेट करने और दूसरे यूज़र्स के साथ साझा करने की सुविधा देता है।
ऐसे में यह जानना दिलचस्प है कि आखिर किस तरह यह फीचर ऐप की ग्रोथ को बढ़ावा दे रहा है, यूज़र्स कैसे प्रतिक्रिया दे रहे हैं, और इस बदलाव का टेक इंडस्ट्री और यूज़र-बेहैवियर पर क्या असर हो सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से….
Vibes फीचर और यूज़र-रिस्पॉन्स
फीचर क्या है?
Vibes फ़ीचर को 25 सितंबर को लॉन्च किया गया था। यह सुविधा यूजर को इमेज इनपुट देकर AI जेनरेटेड वीडियो बनाने का मौका देती है, जिसे अन्य यूज़र्स के साथ सार्वजनिक फीड में शेयर किया जा सकता है। खास बात यह है कि यह सुविधा किसी इनवाइट-आधारित एक्सेस के पीछे नहीं है बस आपको एक Meta अकाउंट चाहिए।
Vibes यूज़र-ग्रॉथ में इजाफा?
इस फीचर के आने के बाद ऐप के डाउनलोड और दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं (DAU) में तेज़ी आई है:
• नए डाउनलोड प्रति दिन 20 हज़ार से बढ़कर 30 हज़ार तक पहुँच गई है।
• DAU 7.75 लाख से बढ़कर 27 लाख तक पहुँच गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह स्पाइक कंपनी के विज्ञापन या सर्च-एस्टिमेट्स में दिखने वाले ट्रेंड से मेल नहीं खाता, इससे साफ़ है कि यह पूरी तरह से Vibes फीचर की वजह से माना जा रहा है।
किन सीमाओं के साथ?
हालाँकि फीचर आकर्षक है, लेकिन कुछ प्रतिबंध भी हैं:
• सार्वजनिक हस्तियों या पब्लिक फ़िगर्स की लुक-अलाइक वीडियो बनाने की अनुमति नहीं है।
• वीडियो जेनरेशन मुफ्त है लेकिन यह स्पष्ट है कि इसके पीछे कांटेंट-पॉलिसी और अच्छा यूज़र-अनुभव बनाए रखने की योजना है।
इस बदलाव के मायने
AI जेनरेटेड वीडियो अब सिर्फ टेक्नोलॉजी का चलन नहीं रह गया है, वे सोशल मीडिया पर ट्रेंड बनने लगे हैं। Meta AI का Vibes फीचर इस दिशा में एक अहम कदम है, जहाँ यूज़र्स खुद क्रिएशन कर सकते हैं और तुरंत फीड में उसका हिस्सा बना सकते हैं।

ग्रोथ को बढ़ावा देने वाले फैक्टर
जहाँ दूसरे AI प्लेटफॉर्म्स इनवाइट-ओनली हैं या पेवाल के पीछे हैं, वहीं Meta AI ने खुले और आसान मॉडल से यूज़र-एडॉप्शन को बढ़ाया। इससे भले ही ब्रांड एडवर्टाइजिंग या सर्च-ट्रेंड में बढ़त न दिखी हो लेकिन यूज़र-इंटरेस्ट्रेशन का बढ़ना एक सकारात्मक संकेत है।
नई ग्रोथ ने बढ़ाई प्रतियोगियों की चिंता!
अगर Meta AI जैसी ऐप इतनी तेजी से ग्रो कर रही है, तो अन्य AI चाटबॉट्स और क्रिएशन प्लेटफॉर्म्स के लिए यह संकेत है कि उन्हें अपनी यूज़र-एंगेजमेंट योजनाओं पर दोबारा विचार करना होगा विशेषकर जब वीडियो और सोशल शेयरिंग इतना ज़बरदस्त ट्रेंड बन चुका है।
मेरी राय
मेरे विचार में, Meta AI का Vibes फीचर कंपनी का स्मार्ट कदम है। क्योंकि वीडियो कंटेंट आजकल सबसे ज़्यादा ध्यान खींचता है लोग वीडियो देखकर ज्यादा समय बिताते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म्स पर शेयरिंग और इंटरेक्शन से ब्रांड-एंबेडेड फीचर्स को वायरल होना आसान है। इसका मतलब यह है कि Meta AI ने एक ऐसा फीचर लॉन्च किया जो तकनीकी रूप से तो आगे है ही साथ ही सोशल यूज़र के अनुसार भी है।
हालाँकि, कुछ बातें ध्यान देने वाली भी हैं कि अगर फीचर बहुत जल्दी सामान्य हो जाए या कॉपी कट हो जाए, तो यूज़र-इंटरेस्ट कम हो सकता है। इसलिए लगातार अपडेट के साथ बेहतर क्रिएशन टूल्स और सुरक्षा-पॉलिसी का ध्यान रखा जाना चाहिए।
यह कहना गलत नहीं होगा कि Meta AI ने AI वीडियो क्रिएशन और सोशल शेयरिंग के साथ एक नया यूज़र-एंगेजमेंट प्लेटफॉर्म तैयार किया है और इसी के चलते शानदार ग्रोथ मिली है। अब यह देखना होगा कि यह ट्रेंड आगे कैसे चलेगा।
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