Perplexity AI के CEO अरविंद श्रीनिवास ने एक नया AI टूल लॉन्च किया है जिसका नाम है Perplexity Patents।
यह एक ऐसा टूल है जो पेटेंट रिसर्च यानि नई तकनीकों के रजिस्टर किए गए अधिकारों को खोजने का काम बहुत आसान बना देगा।
अभी तक पेटेंट सर्च करना काफी मुश्किल काम होता था। लेकिन अब AI की मदद से कोई भी व्यक्ति चाहे स्टूडेंट हो, रिसर्चर या स्टार्टअप फाउंडर हो पेटेंट से जुड़ी जानकारी कुछ ही सेकंड में पा सकेगा। तो चलिए पूरी जानकारी विस्तार से बताते हैं…
Perplexity Patents: AI बेस्ड सर्च टूल
यह एक AI बेस्ड सर्च टूल है जो आपको आसान भाषा में पेटेंट खोजने में मदद करता है। उदाहरण के तौर पर अगर आप पूछते हैं – ‘AI कैमरे से जुड़े नए पेटेंट कौन से हैं?’ तो यह टूल कुछ सेकंड में पूरे डेटाबेस से जवाब निकालकर व्यवस्थित तरीके से दिखा देगा। यह न सिर्फ पुराने पेटेंट दिखाता है बल्कि उनसे जुड़े इनोवेशन और ट्रेंड्स को भी समझने में मदद करता है।

Perplexity Patents को ऐसे बनाया गया है कि इसे किसी टेक्निकल नॉलेज की ज़रूरत नहीं होती। आप बस अपनी भाषा में सवाल पूछिए, और यह टूल तुरंत पेटेंट से जुड़ी जानकारी दिखा देता है।
इसमें ‘follow-up’ का फीचर भी है । आप अपने पहले सवाल से जुड़ा अगला सवाल पूछ सकते हैं, और AI बातचीत को वहीं से आगे बढ़ा देता है।
कौन लोग इसका इस्तेमाल कर सकते हैं?
• रिसर्चर जो नई टेक्नोलॉजीज़ पर काम कर रहे हैं।
• स्टार्टअप्स जो देखना चाहते हैं कि उनका आइडिया पहले से पेटेंट हुआ है या नहीं।
• लॉ स्टूडेंट्स और IP एक्सपर्ट्स जिन्हें केस स्टडी करनी होती है।
• इनोवेटर्स जो नए प्रोजेक्ट्स से पहले पेटेंट चेक करना चाहते हैं।
लेखक के विचार
मेरे हिसाब से यह टूल काफी मददगार साबित हो सकता है।पहले जहाँ पेटेंट सर्च करने में घंटों लगते थे, अब कुछ ही मिनटों में काम हो जाएगा। फिलहाल यह फ्री बीटा वर्ज़न में है, तो लोग इसे आसानी से ट्राई कर सकते हैं। बस एक सवाल है क्या इसमें भारतीय पेटेंट डेटाबेस भी शामिल हैं या नहीं…अगर ऐसा होता है तो यह भारत के स्टार्टअप्स और शोधकर्ताओं के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।
अन्य पेटेंट वेबसाइट्स जैसे Google Patents या WIPO में सर्च करना थोड़ा मुश्किल होता है। Perplexity Patents में AI के कारण यह काम बहुत आसान और तेज हो गया है। इसका इंटरफेस भी बहुत सिंपल है, ऐसा लगता ही जैसे आप चैटबॉट से बात कर रहे हों।
Perplexity Patents दिखाता है कि अब AI सिर्फ सवालों के जवाब देने तक सीमित नहीं रहा अब वह रिसर्च और इनोवेशन की दुनिया को भी बदलने जा रहा है। जो भी लोग नई टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं, उन्हें यह टूल ज़रूर ट्राई करना चाहिए।
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