दुनिया भर में स्पेस-टेक और सैटलाइट-इंटरनेट के लिए चर्चित Starlink ने हाल ही में भारत के लिए वेबसाइट पर इंटरनेट प्लान्स की कीमतें दिखाईं । लेकिन अब यह अचानक चर्चा का विषय बन गया। आखिर ऐसा हुआ क्या है…चलिए पूरी जानकारी विस्तार से बताते हैं…
क्या दिखा था वेबसाइट पर?
कुछ समय के लिए Starlink की भारत वेबसाइट पर एक Residential प्लान दिखा जिसमें मासिक शुल्क ₹8,600 और एक-बार की हार्डवेयर किट की कीमत ₹34,000 बताई गई थी। साथ ही पेज पर यह दावा भी था कि प्लान में ‘अनलिमिटेड डेटा’, ’30-दिन फ्री ट्रायल’, ‘99.9% अपटाइम’ और ‘मौसम बदलने पर भी स्थिर इंटरनेट’ जैसे फीचर्स मिलेंगे।
लेकिन वो कीमतें असली नहीं थीं
हालाँकि, आज कंपनी ने स्पष्ट किया कि वह कीमतें कोई असली प्लान नहीं थीं, बल्कि वेबसाइट की तकनीकी गड़बड़ी की वजह से दिख रही थीं। यानि यह इंटरनल टेस्टिंग के लिए डमी डेटा था।

कंपनी ने खुलासा किया कि वो अभी भारत में सेवा की शुरुआत नहीं कर रही है, असली कीमतें तय नहीं हुई हैं, और वो सेवा शुरू करने के लिए अंतिम सरकारी मंजूरी विशेष रूप से स्पेक्ट्रम आवंटन का इंतजार कर रही है।
क्यों हुआ ये ग्लिच?
Starlink की टीम संभवतः भारत में लॉन्च से पहले अपनी वेबसाइट पर टेस्टिंग कर रही थी लेकिन उस दौरान इंटरनल या प्लेसहोल्डर डेटा कुछ देर के लिए सार्वजनिक हो गया। यह एक तकनीकी भूल थी, जिसे कंपनी ने तुरंत ठीक कर दिया।
भारत में अब स्थिति क्या है?
Starlink ने कहा कि भारत में सर्विस लॉन्च के लिए अभी फाइनल गवर्नमेंट अप्रूवल बाकी है। कंपनी ने अभी तक कोई आधिकारिक प्लान या कीमतें घोषित नहीं की हैं। जिसका मतलब जो ₹8,600/₹34,000 दिखे थे, वो असली नहीं थे, बल्कि केवल टेस्ट डेटा थे।
इसका मतलब और क्या उम्मीद करें?
अगर आप भारत में Starlink की शुरुआत का इंतज़ार कर रहे हैं, तो फिलहाल थोड़ा और धैर्य रखना होगा। कंपनी ने अभी तक आधिकारिक कीमतों का ऐलान नहीं किया है। संभव है कि Starlink देश के दूरदराज और ग्रामीण इलाकों में हाई-स्पीड सैटलाइट इंटरनेट उपलब्ध कराने की योजना बना रहा हो, लेकिन इसके लिए उसे पहले सभी ज़रूरी सरकारी मंजूरियाँ और रेगुलेटरी क्लियरेंस हासिल करने होंगे।
जब Starlink अपने असली प्लान और कीमतें घोषित करेगा, तब देखना दिलचस्प होगा कि क्या ये नियमित मासिक इंटरनेट पैक की तरह होंगे या फिर फाइबर-ब्रॉडबैंड की तुलना में काफी प्रीमियम कीमत पर आएंगे। असली सवाल यह है कि क्या Starlink की सर्विस आम भारतीय यूज़र्स की जेब में फिट बैठेगी या फिर यह सिर्फ हाई-एंड और रिमोट-एरिया यूज़र्स के लिए एक प्रीमियम विकल्प बनकर रह जाएगी।
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