TikTok ने इंडोनेशियाई अधिकारियों के साथ बातचीत शुरू कर दी है, ताकि लाइसेंस सस्पेंशन का मसला हल किया जा सके। अगस्त में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान लाइव स्ट्रीमिंग डेटा पूरी तरह साझा न करने के कारण कंपनी का स्थानीय ऑपरेटिंग लाइसेंस को निलंबित कर दिया गया था। TikTok ने अपने बयान में कहा है कि वह यूजर प्राइवेसी को बनाए रखते हुए और प्लेटफॉर्म को सुरक्षित रखने के प्रयास के साथ इस मामले को सुलझाने के लिए काम कर रही है। तो चलिए पूरा मामला विस्तार से बताते हैं….
TikTok का स्थानीय ऑपरेटिंग लाइसेंस सस्पेंड
अगस्त 25 से 30 के बीच इंडोनेशिया में विरोध प्रदर्शन के दौरान TikTok ने अपनी लाइव स्ट्रीमिंग गतिविधियों का पूरा डेटा सरकार के साथ साझा नहीं किया। इसके बाद इंडोनेशियाई कम्युनिकेशन मिनिस्ट्री ने 16 सितंबर को कंपनी को इस मामले में स्पष्टता देने के लिए बुलाया। TikTok को 25 सितंबर तक डेटा प्रस्तुत करने का समय मिला, लेकिन कंपनी की आंतरिक नीतियों के कारण इसे पूरी तरह पूरा करना संभव नहीं हो पाया।
इस वजह से सरकार ने TikTok का स्थानीय ऑपरेटिंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया। हालांकि, सोशल मीडिया ऐप फिलहाल इंडोनेशिया में उपलब्ध है, लेकिन लाइव स्ट्रीमिंग फीचर को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा। यह मामला दिखाता है कि TikTok जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स को सोशल मीडिया और ई-कॉमर्स पर बढ़ती सरकारी निगरानी और नियमों के बीच संतुलन बनाना कितना चुनौतीपूर्ण है।

इंडोनेशिया TikTok के लिए Southeast Asia में एक महत्वपूर्ण मार्केट है, खासकर TikTok Shop के लिए, जहां यह मार्केट ग्रोथ और ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू में बड़ा योगदान देता है। इसलिए इस विवाद का नतीजा केवल लाइसेंस सस्पेंशन तक सीमित नहीं है बल्कि कंपनी की बिजनेस रणनीति और यूजर एंगेजमेंट पर भी असर पड़ सकता है।
विवाद से यह स्पष्ट होता है कि बड़े प्लेटफॉर्म्स को विभिन्न देशों के नियमों और निगरानी के बीच संतुलन बनाए रखना कितना चुनौतीपूर्ण होता है। TikTok के लिए इंडोनेशिया में लाइसेंस के साथ यूजर प्राइवेसी, डेटा सुरक्षा और बिजनेस ऑपरेशन के बीच संतुलन बनाने की एक बड़ी चुनौती भी है।
मेरी राय
मेरे हिसाब से TikTok का रुख समझदारी भरा है। कंपनी ने यूजर प्राइवेसी बनाए रखने को प्राथमिकता दी लेकिन सरकार की मांग पूरी न करने के कारण लाइसेंस सस्पेंड हुआ। यह मामला हमें यह भी दिखाता है कि ग्लोबल प्लेटफॉर्म्स को हर देश की नियमावली का ध्यान रखना कितना जरूरी है, खासकर जब उनका मार्केट बड़ा हो और वहां यूजर बेस तेजी से बढ़ रहा हो।
यह भी पढ़ें : UPI पेमेंट्स पर चार्ज? RBI गवर्नर ने दी साफ़-साफ़ जानकारी