जब भी हमें कोई ऐप, वेबसाइट, शो, फिल्म देखनी होती है, अक्सर हम VPN का सहारा लेते हैं। यह न सिर्फ हमारे लिए बंद साइट्स को खोलने की अनुमति देता है, बल्कि हम अपनी पसंदीदा वेबसाइट को ओपन कर पाते हैं और उसके डेटा को डाउनलोड भी कर पाते हैं।
पर VPN का इस तरह से उपयोग करना आपके लिए कई मुसीबतें भी खड़ी कर सकता है, यह तक कि आपकी प्राइवेसी में दखल दे सकता है। हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि आखिर VPN क्या होता है? इसके हमें क्या नुकसान होते हैं? क्या फायदे हैं? यह काम किस तरह से करता है और हम इसका सही इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।
VPN क्या होता हैं?
Virtual Private Network (VPN) यह इंटरनेट पर एक एन्क्रिप्टेड( जिसे आसानी से पढ़ा ना जा सके जैसे व्हाट्सप्प की चैट्स) कनेक्शन होता हैं। जब आप अपने डिवाइस को किसी VPN से कनेक्ट करते हो तो यह एक सुरंग की तरह काम करता हैं। यह आपके इंटरनेट के ट्रैफिक को एन्क्रिप्ट करने देता है, पर आपकी IP address पते की जानकारी छुपता हैं। और आपको कनेक्ट करने देता हैं। यह आपको बिना किसी बढ़ा के सुरक्षित कनेक्ट होने देता है। जैसे आप किसी Private Network में हो।
हम इसका किस प्रकार उपयोग कर सकते हैं?
एक अच्छा VPN नेटवर्क आपकी कई चीजों में मदद कर सकता है। इससे आप कई चीजों को एक्सेस कर पाते हैं, इतना ही नहीं, यह आपको कई क्लोज़्ड डाटा को अपने करने में भी मदद करता है। आप इससे अपनी प्रोडक्टिविटी भी बढ़ा सकते हैं। यह आपको कई वेबसाइटों को ओपन करने देता है, जो कि या तो रिस्ट्रिक्टेड हैं या तकनीकी कारणों से शट डाउन की गई हैं। आप एक अच्छे VPN से एक्सेस कर सकते हैं।
आप इससे मूवीज़, फिल्म्स, सांग्स, बुक्स, पीडीएफ, रिसर्च पेपर भी एक्सेस कर सकते हैं। आज के दौर में जहां पर प्राइवेसी और साइबर अटैक्स की खबरें आम हैं, उस मामले में VPN को एक्सेस करके आप अपनी बैंकिंग, सोशल साइट्स चला सकते हैं। आप इसका उपयोग वेब ब्राउज़िंग के समय भी कर सकते हैं, ताकि यह आपकी लोकेशन को कई जगह प्रेजेंट करता है। ऐसे में आपको हैक करना या एक्ज़ैक्ट लोकेशन का पता लगाना काफी मुश्किल हो जाता है।
डाटा ट्रांसफर करने में भी मदद करता है।
कई बार रिमोट एरियाज में आपको अपनी कंपनी को किसी महत्वपूर्ण फाइल ट्रांसफर करना होता है। ऐसे में आप किसी भी रैंडम नेटवर्क के साथ उस डेटा को शेयर नहीं करेंगे। ऐसे में आप एक ट्रस्टेड और रिलायबल VPN ही ट्रस्ट करेंगे, जो आपको बिना किसी डिस्टर्बेंस के डेटा ट्रांसफर करने में मदद करता है।
इसके इस्तेमाल से आपका ISP (Internet Service Provider) आपकी गतिविधियों को ट्रैक नहीं कर पाता, जिससे वह आपकी स्पीड का पता नहीं लगता हैं।

VPN यूज़ करने के नुकसान क्या हैं?
VPN के उपयोग के नुकसान भी होते हैं। अगर आप किसी unreliable या suspicious VPN का उपयोग करते हैं, तो यह आपकी प्राइवेसी के लिए खतरा बन सकता है। आप बिना किसी जांच के अगर किसी भी नेटवर्क से डेटा साझा करते हैं, तो हो सकता है वह आपकी प्राइवेसी के लिए खतरा हो। हम कई बार अनजाने में हर क्षेत्र में VPN से कनेक्ट करके डेटा का उपयोग करते रहते हैं, बिना इस बात की परवाह किए कि यह कई देशों में प्रतिबंधित हो सकता है या इसका प्रयोग गैरकानूनी हो सकता है। ऐसे में आपके लिए यह आर्थिक या मानसिक परेशानी पैदा करने वाला हो सकता है।
जब हम इसका VPN के साथ काम करते हैं, तो यह आपके इंटरनेट स्पीड को भी प्रभावित करता है। यह स्पीड पर भी निर्भर करता है, पर एन्क्रिप्टेड और क्रिप्टेड डेटा के एक्सेस के लिए इसी अधिक डेटा की जरूरत होती है, जिससे आपके इंटरनेट की गति धीमी हो सकती है।
अगर आप प्राइवेसी या अपनी बेहतरी के लिए एक अच्छा VPN खरीदते हैं या उसके सब्सक्रिप्शन के साथ जाते हैं, तो यह आपको महंगा पड़ सकता है। पर यह आपकी प्राइवेसी और लोकेशन को बेहतर तरीके से सुरक्षित करता है।
VPN वास्तव में काम कैसे करता है?
VPN आपके डिवाइस और आपके रिस्ट्रिक्टेड कंटेंट के बीच में एक थर्ड पार्टी की तरह काम करता है। यह एन्क्रिप्शन-बेस्ड होता है, जिसमें रियल इनफॉर्मेशन को छुपाया जाता है। जब तक इसे पढ़ा नहीं जाता है, तब तक कोई इसे पासवर्ड के साथ अनलॉक नहीं कर सकता। इसे एन्क्रिप्शन कहा जाता है। जब हम इसका उपयोग करते हैं, तो यह यूजर को प्रोटेक्ट करती है। जब हम वेब एक्टिविटी एक्सेस करते हैं, तो यह जानकारी केवल कंप्यूटर और वेब सर्वर को ही पता होती है।
VPN का उपयोग करने का सही तरीका क्या है?
हमने इससे पहले VPN क्या है, इसके फायदे, नुकसान, और यह कैसे काम करता है, जाना है। अब समझते हैं कि हम किस तरह से सही VPN का सही इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर हम VPN के सही तरीके से उपयोग करना चाहते हैं तो ट्रस्टेड ऐप्स या सॉफ्टवेयर का उपयोग करना होगा। माना कि इसका खर्च थोड़ा ज्यादा आता है, पर यह न सिर्फ आपको सिक्योर करता है, बल्कि आपकी प्राइवेसी को भी बनाए रखता है। साथ ही, यह आपके डिवाइस में किसी भी तरह के वायरस या मैलवेयर को रोकता है, जिससे आपकी डिवाइस सेफ रहती है। रिलायबल सोर्सेज से ही इसे एक्सेस या डाउनलोड करें, जैसे Android या Apple Store से खरीदें। इसके अलावा, इन तरीकों को भी आजमा सकते हैं।
VPN कॉन्फ़िगरेशन का उपयोग करें। इसमें आप थर्ड पार्टी ऐप से लिंक को कॉपी करके उसे ऐप में पेस्ट कर सकते हैं। आप QR स्कैन की मदद से भी कॉन्फ़िगरेशन कर सकते हैं। आप मैन्युअल VPN कॉन्फ़िगरेशन भी कर सकते हैं।
आप ट्रबलशूटिंग का उपयोग भी कर सकते हैं।
अगर आप ऑटो CDN (Content Delivery Network) का उपयोग करते हैं, तो आपको VPN कनेक्टिविटी में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में सबसे पहले कॉन्फ़िगरेशन को डिलीट करें। इसके बाद लिंक को पेस्ट करें। अगर आप TLS (Transport Layer Security) में दिक्कत का सामना कर रहे हैं, तो आप अपने ऐप को अपडेट करें। हमने जाना है कि VPN क्या होता है, इसे किस तरह से सही उपयोग किया जा सकता है। VPN का सही प्रयोग करने से आपकी प्राइवेसी बनी रहती है।
इसलिए सही VPN का प्रयोग करें। यहाँ कुछ नाम दिए गए हैं, जो ट्रस्टेड VPN हैं:
- Proton VPN
- Express VPN
- Surfshark VPN
- IPVanish NPN
- CyberGhost VPN
- Nord VPN
VPN के क्या फायदे हैं?
- ऑनलाइन पहचान छुपाता है
- डेटा को सुरक्षित बनाता है
- स्पीड थ्रॉटलिंग से बचाता है
- जियो-रिस्ट्रिक्टेड कंटेंट को एक्सेस करने में मदद करता है
- पब्लिक नेटवर्क पर हैकिंग से सुरक्षा देता है
क्या VPN के कोई नुकसान भी हैं?
हाँ, कुछ नुकसान हो सकते हैं:
- फ्री VPN से डेटा लीक का खतरा
- इंटरनेट स्पीड धीमी हो सकती है
- कुछ देशों में VPN का उपयोग गैरकानूनी है
- प्रीमियम VPN सेवाएं महंगी हो सकती हैं
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