Phone Ki Battery Backup Kaise Badhaye: जब भी हम मोबाइल का उपयोग करते हैं, तो आपने देखा होगा कि यह काफी जल्दी खत्म हो जाती है। इसकी ऊर्जा तेजी से खर्च हो जाती है, बिना कोई ज्यादा मोबाइल चलाए हुए। तो ऐसा क्यों होता है कि मोबाइल की बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है? आज हम जानेंगे ऐसे ही कुछ तरीकों के बारे में जो कि आपके मोबाइल बैटरी बैकअप बढ़ाने में मदद करेंगे। इससे न सिर्फ आपका मोबाइल लंबे समय तक चलेगा, बल्कि आपकी बैटरी लाइफ भी लंबे समय तक बढ़ेगी।
मोबाइल बैटरी बढ़ाने के तरीके | Phone Ki Battery Backup Kaise Badhaye?
सबसे पहले, अगर आप अपने फोन को हमेशा हाई ब्राइटनेस पर रखते हैं, तो यह आपकी बैटरी को ज्यादा खर्च करता है। इसके लिए इसे ऑटो ब्राइटनेस या जरूरत के अनुसार सेट करते रहें। ये तरीके भी आपके मोबाइल बैटरी बैकअप को बढ़ाने में मदद करते हैं। आप डार्क मोड का भी उपयोग कर सकते हैं, जो आपकी आँखों को सुकून देता है और आपकी बैटरी को भी बढ़ाता है।
कई बार हम अपने मोबाइल में मल्टीटास्किंग करते हैं। इससे होता यह है कि हमारे फोन के बैकग्राउंड में कई सारी ऐप्स चलती रहती हैं, जिससे बैटरी पर प्रभाव पड़ता है और बैटरी का सर्विस नहीं दे पाती। इसके लिए आप बैकग्राउंड की सभी ऐप्स को काम होने के बाद बंद कर दें, इससे आपकी बैटरी बैकअप अच्छा रहेगा।जो सबसे सरल तरीका है मोबाइल की बैटरी बैकअप को बढ़ाने का, वह है फोन के अंदर मौजूद बैटरी सेवर को इनेबल करना।
यह आपकी बैटरी की ऊर्जा को सेव करता है।लगातार आती हुई नोटिफिकेशन, जो बैटरी पर इतना अधिक प्रभाव नहीं डालती हैं, पर आप इन्हें ऑफ कर सकते हैं ताकि आपके फोन की बैटरी ऑप्टिमाइज हो सके।

यह जरूरी आदत है, जिसका बैटरी लाइफ पर अधिक प्रभाव पड़ता है
अक्सर जरूरत पड़ने पर हम अपने फोन को किसी भी अन्य चार्जर से चार्ज करने लगते हैं। पर यह चीज बैटरी बैकअप पर प्रभाव डालती है। इसलिए हमेशा अपने मोबाइल फोन के चार्जर से फोन को चार्ज करें।
फोन के चार्ज होने के बाद भी उसे अनप्लग न करना
कई बार हम फोन को चार्ज पर रखकर किसी और काम में व्यस्त हो जाते हैं, इस वजह से हमारा फोन चार्ज से जुड़ा रहता है। कई यूजर्स का मानना है कि फोन को 20% से 80% के बीच में ही रखने से बैटरी लाइफ अधिक होती है।
अब जानते हैं कि वर्तमान फोन की बैटरी अधिक क्यों चलती है
बिंदु | पुराने स्मार्टफोन | आजकल के स्मार्टफोन |
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बैटरी क्षमता (mAh) | कम (1000–2000 mAh तक) | अधिक (4000–6000 mAh तक) |
प्रोसेसर टेक्नोलॉजी | अधिक ऊर्जा खपत करने वाले प्रोसेसर | पावर-एफिशिएंट प्रोसेसर (जैसे 6nm, 4nm टेक्नोलॉजी) |
डिस्प्ले टेक्नोलॉजी | LCD या TFT, अधिक बैटरी की खपत | AMOLED/OLED डिस्प्ले, बैटरी बचाने वाली टेक्नोलॉजी |
सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइजेशन | सीमित ऑप्टिमाइजेशन, बैकग्राउंड ऐप्स ज्यादा चलते थे | बेहतर RAM और बैकग्राउंड ऐप मैनेजमेंट |
बैटरी सेविंग फीचर | कम या न के बराबर | डार्क मोड, बैटरी सेवर मोड, AI आधारित पावर कंट्रोल |
फास्ट चार्जिंग | उपलब्ध नहीं या बहुत धीमी | फास्ट चार्जिंग सपोर्ट से बैटरी उपयोग का नियंत्रण बेहतर |
OS अपडेट्स का प्रभाव | पुराने सिस्टम से बैटरी जल्दी खत्म होती थी | नए अपडेट्स बैटरी प्रदर्शन को बेहतर बनाते हैं |
बैटरी बैकअप, बैटरी पर भी निर्भर करता है
अब हम पुरानी बैटरी और नयी बैटरी को देखते हैं
विशेषता | पुरानी बैटरियां (NiCd / NiMH) | लिथियम-आयन बैटरियां (Li-ion) |
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ऊर्जा घनत्व (Energy Density) | कम | अधिक – कम आकार में ज़्यादा बैकअप |
वजन और आकार | भारी और बड़ी | हल्की और कॉम्पैक्ट |
मेमोरी इफेक्ट | होता है – बार-बार चार्ज करने पर क्षमता घटती है | नहीं होता – फुल चार्ज ज़रूरी नहीं |
चार्जिंग टाइम | अधिक समय लेती हैं | कम समय में फुल चार्ज हो जाती हैं |
साइकल लाइफ (चार्ज-साइकिल) | कम – जल्दी खराब होती हैं | ज़्यादा – लंबी उम्र |
सेल्फ डिस्चार्ज | तेज़ी से बैटरी डिस्चार्ज होती है | बहुत धीरे-धीरे डिस्चार्ज होती है |
देखरेख की ज़रूरत | ज्यादा रख-रखाव चाहिए | बहुत कम रख-रखाव की ज़रूरत |
प्रदूषण/वातावरण पर प्रभाव | कैडमियम विषैला होता है, पर्यावरण के लिए हानिकारक | तुलनात्मक रूप से पर्यावरण के लिए कम हानिकारक |
मूल्य (Cost) | सस्ती लेकिन कम टिकाऊ | महंगी लेकिन टिकाऊ और बेहतर प्रदर्शन देती है |
यह तरीके न सिर्फ आपके बैटरी बैकअप को बढ़ाने में मदद करेंगे, बल्कि इससे आपकी बैटरी लाइफ भी बढ़ेगी, जो लंबे समय तक आपके काम में सहायक होगी। तो आप इन तरीकों को अपने मोबाइल प्रदर्शन और लंबे समय तक चलने वाली सेवा के लिए अपना सकते हैं।
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