---Advertisement---

स्मार्टवॉच अब बनाएंगी बीमारियों की पहचान आसान, जानें कैसे बदल रही हैं हेल्थ टेक्नोलॉजी?

By Shubham

Updated On:

Follow Us
Early detection of disease with Smartwatch. Know its features, benefits and price
---Advertisement---

अब तक हम Smartwatch को केवल फिटनेस ट्रैकर या हेल्थ मॉनिटरिंग डिवाइस के रूप में ही देखते थे। जो हमारी नींद, कदमों की गिनती और हार्ट रेट जैसी चीज़ों को मॉनिटर करती हैं। लेकिन क्या हो अगर यही स्मार्टवॉच गंभीर बीमारियों की समय से पहले पहचान करने में मदद कर सके?

टेक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च में यह खुलासा हुआ है कि स्मार्टवॉच बीमारियों के लक्षण महसूस होने से पहले ही फिजियोलॉजिकल (शारीरिक) बदलाव को पहचान सकती हैं।

स्मार्टवॉच की नई भूमिका: बीमारी की पहचान

शोधकर्ताओं ने पाया कि स्मार्टवॉच शरीर के उन बदलावों को पकड़ सकती हैं, जो बीमारी शुरू होने से ठीक पहले होते हैं – जैसे शरीर का तापमान बढ़ना या नींद के पैटर्न में बदलाव। ये बदलाव इतने सूक्ष्म होते हैं कि इंसान खुद उन्हें महसूस नहीं कर पाता, लेकिन एक स्मार्टवॉच इन्हें ट्रैक कर सकती है।

डॉ. मार्शियल एनडेफो-म्बाह, टेक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी:
“स्मार्टवॉच उन शारीरिक संकेतों को पकड़ सकती हैं जो व्यक्ति को बीमार महसूस होने से पहले ही दिखाई देने लगते हैं।”

संक्रमण रोकने में स्मार्टवॉच की भूमिका

रिसर्च के मुताबिक, Smartwatch बीमारी फैलने की संभावना को करीब 50% तक घटा सकती हैं। अगर लोगों को उनकी वॉच द्वारा समय रहते यह चेतावनी मिल जाए कि वे बीमार हो सकते हैं, तो वे खुद को आइसोलेट कर सकते हैं और दूसरों को संक्रमित करने से बच सकते हैं।

रिसर्च हाइलाइट्स:

पॉइंटविवरण
तकनीकSmartwatch में फिजियोलॉजिकल डेटा ट्रैकिंग
फोकसप्री-सिम्पटोमैटिक फेज की पहचान
परिणामसंक्रमण दर में संभावित 50% की गिरावट

लक्षण आने से पहले ऐक्शन

बड़ी संख्या में लोग तब तक इलाज शुरू नहीं करते जब तक लक्षण गंभीर न हो जाएं, जिससे बीमारी फैलने का जोखिम बढ़ जाता है। रिसर्च में यह भी बताया गया कि COVID-19 के 44% केस उन लोगों से फैले जिनमें लक्षण नहीं थे। ऐसे में स्मार्टवॉच की यह अर्ली डिटेक्शन क्षमता सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण बन जाती है।

स्मार्टवॉच कैसे देती हैं पर्सनल वार्निंग?

COVID-19 जैसी बीमारियों के दौरान लोगों को क्वारंटाइन और टेस्टिंग की सलाह दी जाती है, लेकिन जब तक लक्षण ना हों, लोग इन पर ध्यान नहीं देते। स्मार्टवॉच की खासियत यह है कि ये रीयल टाइम अलर्ट देती हैं, जिससे लोग सतर्क हो जाते हैं।

“जब आपको आपकी कलाई पर यह चेतावनी मिले कि आप बीमार हो सकते हैं, तो आप गाइडलाइंस को ज्यादा गंभीरता से लेने लगते हैं।”
– डॉ. एनडेफो-म्बाह

टेस्टिंग में स्मार्टवॉच की सहायता

Smartwatch टेस्टिंग की जगह नहीं ले सकती, लेकिन यह टेस्टिंग गैप को भरने में जरूर मदद कर सकती हैं। लोग अक्सर तभी टेस्ट करते हैं जब वे बीमार महसूस करते हैं या यात्रा करनी होती है। जबकि स्मार्टवॉच की मदद से अर्ली स्टेज पर ही चेतावनी मिल सकती है।

फीचर्स जो बनाते हैं Smartwatch को बीमारियों की निगरानी के लिए उपयुक्त

Smartwatch

टॉप हेल्थ-फोकस्ड Smartwatch फीचर्स:

  • हार्ट रेट मॉनिटरिंग
  • बॉडी टेम्परेचर सेंसर
  • SPO2 (ऑक्सीजन लेवल) मॉनिटर
  • स्लीप ट्रैकिंग & REM एनालिसिस
  • HRV (Heart Rate Variability) एनालिसिस
  • एक्टिविटी और स्लीप डिस्टर्बेंस डिटेक्शन

तुलनात्मक विश्लेषण: स्मार्टवॉच बनाम पारंपरिक स्वास्थ्य मॉनिटरिंग

पैरामीटरस्मार्टवॉचपारंपरिक उपकरण
डेटा कलेक्शनलगातार (24×7)समय-समय पर
नोटिफिकेशनरीयल टाइमनहीं
यूजर इंगेजमेंटहाईकम
कीमत₹2000 – ₹35000+₹5000 – ₹50,000+
यूसेजपहनने योग्य, मोबाइल लिंक्डस्थिर

कीमत और वैरायटी

ब्रांडमॉडलकीमत (₹ में)हेल्थ फीचर्स
NoiseColorFit Ultra 3₹3,999HR, SpO2, Sleep
boAtLunar Connect Pro₹4,999Temp Sensor, HRV
AmazfitGTR 4₹16,999HR, SPO2, Advanced Sleep
AppleWatch Series 9₹41,900+ECG, HR, Temp, Sleep
SamsungGalaxy Watch 6₹29,999ECG, BP, HR, SpO2

फायदे (Pros)

  • बीमारियों की समय से पहले पहचान
  • आसान ट्रैकिंग और अलर्ट सिस्टम
  • यात्रा या भीड़ में सुरक्षा की तैयारी
  • ज्यादा डेटा के कारण बेहतर इलाज

नुकसान (Cons)

  • सभी स्मार्टवॉच में मेडिकल ग्रेड सटीकता नहीं
  • महंगे मॉडल्स का खर्च अधिक
  • बैटरी तेजी से खत्म हो सकती है
  • डेटा प्राइवेसी का जोखिम

पब्लिक हेल्थ और स्मार्टवॉच का भविष्य

जैसे-जैसे तकनीक और रिसर्च आगे बढ़ रही है, स्मार्टवॉच सिर्फ एक फैशन एक्सेसरी नहीं रह गई है। यह अब एक व्यक्तिगत हेल्थ गाइड बन चुकी है जो समाज में स्वास्थ्य सुधार के लिए अहम भूमिका निभा सकती है।

“हमें ये टेक्नोलॉजी सही ढंग से विकसित करनी होगी ताकि यह समाज में सही बदलाव ला सके।”
– डॉ. एनडेफो-म्बाह

Smartwatch की तकनीक अब उस स्तर पर पहुंच चुकी है जहाँ यह केवल फिटनेस तक सीमित नहीं, बल्कि रोगों की रोकथाम और स्वास्थ्य रक्षा का सशक्त माध्यम बन गई है। भविष्य में जब अगली महामारी दस्तक दे, तो हमारी कलाई पर बंधी यह घड़ी उसे रोकने का पहला कदम बन सकती है।

यह भी पढ़े: BoAt Enigma Gem: नई लॉन्च स्मार्टवॉच, जानें क्या है खास

Shubham

शुभम एक अनुभवी तकनीकी विशेषज्ञ हैं, जो तकनिकी इंडस्ट्री में और डिजिटल इनोवेशन पर लिखते हैं। इनकी लेखनी का मकसद है तकनीकी जानकारी को सरल भाषा में सभी तक पहुँचाना। इन्हें नई तकनीकों पर रिसर्च करना और टेक ट्रेंड्स पर नज़र रखना पसंद है।

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Leave a Comment