सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले Twitter) ने हाल ही में एक नया ट्रांसपेरेंसी फीचर पेश किया है। इसका उद्देश्य यूज़र्स को प्रोफाइल बैकग्राउंड की बेहतर जानकारी देना है। इस फीचर के ज़रिए अब अकाउंट की लोकेशन, यूज़रनेम हिस्ट्री और कई महत्वपूर्ण डिटेल्स सामने आएंगी। जिसके चलते नकली या स्पैम अकाउंट्स की पहचान अब आसानी से हो सकेगी।
नया ‘About This Account’ फीचर: क्या है खास?
1. लोकेशन डिस्क्लोज़र
यह फीचर यूज़र के अकाउंट में देश या क्षेत्र की जानकारी दिखाएगा।
2. यूज़रनेम बदलने का इतिहास
यूज़रनेम बदलने की संख्या और पिछली यूज़रनेम्स को ट्रैक किया जाएगा। इससे यह पता चल सकेगा कि अकाउंट कितनी बार अपने नाम बदल चुका है।
3. जॉइन डेट और अकाउंट सोर्स
अकाउंट कब बनाया गया था जॉइन डेट और किस प्लेटफॉर्म से जैसे App Store, वेब इंस्टॉल किया गया, यह जानकारी भी दिखाई जाएगी।
4. प्राइवेसी कंट्रोल
यूज़र को यह विकल्प मिलेगा कि वह देश दिखाना चाहता है या सिर्फ बड़े क्षेत्र।
क्यों यह फीचर ज़रूरी है?
• विश्वसनीयता बढ़ाना
इस फीचर से यूज़र्स यह समझ सकेंगे कि कौन सी प्रोफाइल जेन्युइन है और कौन सी संदिग्ध है। यह फेक अकाउंट्स और बॉट्स की पहचान करने में मदद कर सकता है।
• मिसइनफॉर्मेशन और स्कैम रोकना
यदि कोई यूज़र विदेश-देश से जुड़ा दिखा रहा है लेकिन उसका लोकेशन और इतिहास अलग है, तो यह शक पैदा कर सकता है कि वह गलत मकसद से जुड़ा हो।
• अपारदर्शी ट्रांसफ़ॉर्मेशन का ट्रैक
यूज़रनेम चेंज का इतिहास दिखाकर यह स्पष्ट किया जा सकता है कि अकाउंट पहले किस नाम से था। यह उन यूज़र्स के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो किसी ब्रांड या पब्लिक पर्सन के नाम से जुड़ते हैं।

चुनौतियाँ और आलोचनाएँ
• प्राइवेसी का प्रश्न
कुछ यूज़र्स को अपनी लोकेशन या इतिहास सार्वजनिक करने में परेशानी हो सकती है। हालांकि X ने कुछ कंट्रोल दिया है, फिर भी यह हर यूज़र को संतुष्ट नहीं कर सकता।
• डेटा सही है या नहीं?
अगर X द्वारा दिखाया गया जानकारी गलत या पुराना हो, तो यह गलत निष्कर्ष तक ले जा सकता है।
• रोलआउट
यह फीचर फिलहाल सीमित यूज़र्स के लिए टेस्टिंग में है। पहले इसे X टीम के कुछ प्रोफाइल्स पर दिखाया गया था।
मेरी राय
X का नया ‘About This Account’ फीचर सोशल प्लेटफॉर्म पर पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा सकता है। यह यूज़र्स को अधिक जानकारी देता है ताकि वे किसी भी प्रोफ़ाइल की विश्वसनीयता का बेहतर आकलन कर सकें।
हालांकि कुछ बाधाएँ भी हैं खासकर प्राइवेसी और डेटा की सटीकता को लेकर। फ़िर भी यह फीचर सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट्स और स्कैमर्स का सामना करने के लिए एक महत्वपूर्ण टेक टूल साबित हो सकता है।
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